गलवन के वीडियो को लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा, वीडियो की सत्यता के बारे में बताने को कहा
चीन की मीडिया की तरफ से जारी हुआ एक वीडियो। वीडियो में नजर आ रहे चीन के कब्जे में कुछ घायल भारतीय जवान। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गलवान वीडियो पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने इस वीडियो की सत्यता के बारे में बताने के लिए कहा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। चीन की मीडिया की तरफ से जारी किए गए एक वीडियो को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है। वीडियो में कुछ घायल भारतीय जवान चीन के कब्जे में नजर आ रहे हैं। वीडियो पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि अगर यह सत्य है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चीन को युद्ध अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया जाए। भारतीय जवानों को कथित रूप से बंधक बनाए जाने का वीडियो जारी करते हुए चीनी मीडिया ने दावा किया है कि चीनी सेना ने गलवन घाटी में संघर्ष के दौरान घायल हुए भारतीय सैनिकों को पकड़ा था। सामने आए वीडियो में चीनी सैनिक कुछ सैनिकों को पकड़कर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पिछले साल जून में भारत और चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष हुआ था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि इस वीडियो की सत्यता पर सरकार की चुप्पी हैरान करने वाली है। उन्होंने कहा कि अगर वीडियो सही है तो यह युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है और जिसके लिए निश्चित रूप से चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में मुकदमा चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को एक दूसरे की पीठ थपथपाने की जगह यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चीन को युद्ध अपराध के लिए वैश्विक रूप से जवाबदेह ठहराया जाए।
चीन की आक्रमकता और उसके साथ व्यापारिक संबंधों का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘आपका (सरकार) चीन के प्रति जो रवैया है, आखिर इसका कारण क्या है, आप किस दबाव में हैं? सरकार ने कितनी ऊंची-ऊंची बातें की थीं , लेकिन 7 साल से जब भी मौका आता है, तो सिर्फ भाषण देना जानती है।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘यह सरकार हमारी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से विफल रही है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने भी उठाए सवाल इस वीडियो पर सरकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है, 'अगर प्रमाणित है तो यह भयावह नजारा है और मोदी सरकार बेरहम है।'