कोरोना संक्रमण रोधी वैक्सीन कमी की रिपोर्टों पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा, जानें क्‍या कहा

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच कुछ राज्यों में वैक्सीन की कमी और उसकी बर्बादी पर मची अफरातफरी के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कोरोना की गति पर ब्रेक लगाने के लिए सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की मांग की है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 08:46 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 12:00 AM (IST)
कोरोना संक्रमण रोधी वैक्सीन कमी की रिपोर्टों पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा, जानें क्‍या कहा
वैक्सीन की कमी पर मची अफरातफरी के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच कुछ राज्यों में वैक्सीन की कमी और उसकी बर्बादी पर मची अफरातफरी के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कोरोना की गति पर ब्रेक लगाने के लिए सभी उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की मांग की है। कांग्रेस के मुताबिक कोरोना संक्रमण की मौजूदा रफ्तार में वैक्सीन की कमी गंभीर और डरावनी स्थिति पैदा कर रही है।

लचर प्रबंधन को ठहराया जिम्‍मेदार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने वैक्सीन की कमी पर केंद्र को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट कर कहा कि वास्तव में केंद्र सरकार के लचर प्रबंधन के चलते कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम में अफरातफरी की नौबत आई है। महाराष्ट्र को निशाना बनाए जाने की बात उठाते हुए उन्होंने आंकड़ों का हवाला दिया और कहा कि राज्य में 80 फीसद हेल्थकेयर वर्कर को टीका लग चुका है और 20 राज्य महाराष्ट्र से पीछे हैं।

महाराष्ट्र को वैक्सीन की आपूर्ति पर सवाल

वरिष्ठ नागरिकों को टीका लगाने में भी महाराष्ट्र पांचवे नंबर पर है और ये आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान का हिस्सा हैं। इस हकीकत के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री को आईने के सामने खड़े होकर खुद से सवाल करना चाहिए कि क्या उन्होंने महाराष्ट्र को पर्याप्त वैक्सीन की आपूर्ति की।

वैक्सीन प्रबंधन पर उठाए सवाल

कोरोना संक्रमण मरीजों का आंकड़ा एक ही दिन में सवा लाख से अधिक होने को बेहद चिंताजनक ट्रेंड बताते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सभी लोगों को वैक्सीन देने की पार्टी की मांग दोहराते हुए कहा कि केंद्र का वैक्सीन प्रबंधन नाकाम होता दिख रहा है। जब वैक्सीन की जरूरत सबसे ज्यादा है तब राज्यों के पास इसका स्टाक नहीं हैं। महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में दो से तीन दिन का ही स्टाक बचा है।

सीरम के साथ समझौते को उजागर करने को कहा

सीरम कंपनी के प्रमुख अदार पूनावाला की वैक्सीन बनाने के लिए उनके पास अब पैसे नहीं होने की बात पर चिंता जताते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने सरकार और सीरम के बीच समझौते को उजागर किए जाने की भी मांग उठाई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक दिन पहले सभी लोगों को वैक्सीन देने की मांग करते हुए कहा था कि हमारे देश की जनता के लिए सबसे हितकारी कदम यही है कि सबको वैक्सीन मिले।

सबके लिए वैक्सीन की व्यवस्था करे सरकार

उन्होंने यह भी कहा था कि अगर चुनाव घोषणा पत्र में सबके लिए फ्री वैक्सीन की घोषणा हो सकती है तो यह सही समय है कि सरकार प्राथमिकता से सबके लिए वैक्सीन की व्यवस्था करे। पार्टी इस बात को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर कर रही है कि दुनिया के हर सात कोरोना मरीज में एक भारत का है और यह आंकड़ा डराने वाला है।

रोकी जा सकती है वैक्‍सीन की बर्बादी

वैक्सीन की बर्बादी के लिए भी सरकार के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भारत में साढ़े छह फीसद वैक्सीन नष्ट हो रही है और यदि सबको वैक्सीन देने की शुरुआत की जाती है तो इस बर्बादी को रोका जा सकता है। इसमें सबसे अधिक 18 फीसद वैक्सीन की बर्बादी तेलंगाना और करीब 10 फीसद की उत्तर प्रदेश में हो रही है। 

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