मोईली ने कांग्रेस समेत विपक्षी मोर्चेबंदी को दिखाया आईना, कहा- केवल मोदी विरोधी एजेंडे से नहीं होगा बेड़ा पार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने सरकार का विरोध कर रही कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को आईना दिखाया है। मोइली का कहना है कि केवल मोदी विरोधी एजेंडे से विपक्षी मोर्चे को भाजपा का मुकाबला करने में सफलता नहीं मिलने वाली।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:22 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:17 PM (IST)
मोईली ने कांग्रेस समेत विपक्षी मोर्चेबंदी को दिखाया आईना, कहा- केवल मोदी विरोधी एजेंडे से नहीं होगा बेड़ा पार
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने सरकार का विरोध कर रही कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को आईना दिखाया है।

नई दिल्‍ली, एजेंसी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने सरकार का विरोध कर रही कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को आईना दिखाया है। उन्होंने विपक्षी मोर्चेबंदी को लेकर भी आगाह किया है। मोइली का कहना है कि केवल मोदी विरोधी एजेंडे से विपक्षी मोर्चे को भाजपा का मुकाबला करने में सफलता नहीं मिलने वाली। उन्‍होंने राजनीतिक दलों के एक साथ काम करने के लिए साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाने को भी कहा है।

नेतृत्व को लेकर ना करें चिंता

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि विपक्षी दल केवल इस बात को लेकर चर्चा करते रहेंगे कि किस नेता या राजनीतिक संगठन को विपक्षी मोर्चेबंदी की अगुवाई करनी चाहिए तो ऐसा मोर्चा कामयाब नहीं होगा। मोइली ने स्‍पष्‍ट किया कि विपक्षी दलों को अभी नेतृत्व को लेकर ज्‍यादा चिंता नहीं करनी चाहिए। यदि वे यह चर्चा शुरू कर रहे हैं कि कौन विपक्षी गठबंधन का नेता बनेगा किस राजनीतिक पार्टी को इसकी अगुवाई करनी चाहिए तो यह कामयाब नहीं होगा।  

व्यक्ति विशेष का विरोध ठीक नहीं

कांग्रेस नेता बुधवार को दिल्‍ली में सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की मुलाकात और विपक्षी दलों के एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत पर उनकी टिप्पणियों का स्वागत किया। साथ ही यह भी कहा कि कुछ वर्गों में आम धारणा बन गई है कि केवल मोदी विरोधी भावना विपक्षी दलों को एक साथ ला रही है। ऐसे में यह नहीं दिखाई देनी चाहिए। विपक्ष को सलाह देते हुए मोइली ने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष का विरोध किसी भी राजनीतिक मोर्चे को आगे लेकर नहीं जाएगा।

इतिहास की याद दिलाई 

मोइली ने कहा कि विपक्षी दलों ने इंदिरा गांधी के खिलाफ यही किया था। तब इसी वजह से वे कामयाब नहीं हुए थी। विपक्ष का एजेंडा निजी मुद्दों पर आधारित नहीं होना चाहिए। एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम के बिना विपक्षी मोर्चा सफल नहीं होगा। विपक्ष के बीच राष्ट्रीय चर्चा लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखने और देश को आगे ले जाने पर केंद्र‍ित होनी चाहिए। यह चर्चा सरकार के नकारात्मक एजेंडे के खिलाफ होनी चाहिए। विपक्ष को नसीहत देते हुए मोइली ने कहा कि विपक्षी मोर्चे में किसी भी पार्टी को किसी भी दल के शामिल होने का विरोध नहीं करना चाहिए।

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