छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने आदिवासियों को कहा अंगूठा छाप, आक्रामक हुई भाजपा
छत्तीसगढ़ के सरगुजा के रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में आदिवासियों को अंगूठा छाप कहा। बृहस्पत खुद आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सीट से विधायक हैं। इस बयान के बाद भाजपा उनके खिलाफ आक्रामक हो रही है।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के सरगुजा के रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में आदिवासियों को अंगूठा छाप कहा। बृहस्पत खुद आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सीट से विधायक हैं। इस बयान के बाद भाजपा उनके खिलाफ आक्रामक हो रही है।
#WATCH | "You're journalists, you're educated. It's not right to ask questions like 'Anguthachap Adivasis'... Set your mental state right & then ask:Chhattisgarh Cong MLA Brihaspati Singh on question over apologizing after murder allegations against Health Min TS Singh Deo(03.07) pic.twitter.com/Jndr4w6sUV— ANI (@ANI) August 4, 2021
पत्रकार के सवाल पर भड़क गए विधायक
अंबिकापुर में एक पत्रकारवार्ता में बृहस्पत से सवाल किया गया कि उन्होंने मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या कराने का आरोप लगाया था, लेकिन विधानसभा में माफी क्यों मांग ली। इस पर बृहस्पत ने कहा कि सरगुजा के अनपढ़ आदिवासियों की तरह सवाल न करें। मैंने क्या आरोप लगाया, विधायक दल की बैठक में क्या हुआ और विधानसभा में किसने माफी मांगी, यह सब रिकार्ड में है। बृहस्पत यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर किसके इशारे पर सवाल पूछ रहे हो। उन्होंने पत्रकारों को भी अपनी दिमागी हालत ठीक करने की नसीहत तक दे दी।
भाजपा नेता बोले- 48 घंटे में माफी नहीं मांगी तो प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
बयान सामने आने के बाद प्रदेश में आदिवासियों को लेकर राजनीति गरमा गई है। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा, बृहस्पत सिंह ने सरगुजा के आदिवासी समाज को अपमानित किया है। इस पर प्रदेश के आदिवासी समाज को कड़ी आपत्ति है। भाजपा नेताओं ने कहा, '48 घंटे में यदि विधायक बृहस्पत सिंह ने आदिवासी समाज से सार्वजनिक माफी नहीं मांगी तो भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा पूरे सरगुजा संभाग में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करेगा।'
बृहस्पत के बयान की कड़े शब्दों में निंदा
वहीं, भाजपा जनजाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम ने बृहस्पत के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। नेताम ने कहा कि जिस आदिवासी समाज के रहमो-करम से विधायक जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन हैं, उन्हें ही लताड़ना मानसिक दिवालियापन का स्पष्ट उदाहरण है। मुझे नहीं लगता कि कोई सच्चा आदिवासी उनके इस कथन से आक्रोशित नहीं होगा। स्वयं आदिवासी होकर वह संपूर्ण आदिवासी समाज के प्रति ऐसी दुर्भावना रखते हैं। ऐसे घिनोने कृत्य से संपूर्ण आदिवासी समाज को चिंतन करना होगा, ताकि कोई भी व्यक्ति आदिवासी समाज से ऊपर उठकर इस प्रकार का दुस्साहस दोबारा न कर सके। नेताम ने कहा कि जिस छलनी में 36 छेद, वो क्या करेगा बात-विभेद।
इस बीच सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अनूप टोपो ने कहा, विधायक जब तक माफी नहीं मांगते, तब तक उनके कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा। बृहस्पत सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या करवाने का आरोप लगाया था। भाजपा प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा, कांग्रेस विधायक ही ऐसा कह सकते हैं। विधायक जी आप लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को शर्मसार करने वाला बयान देते हैं और फिर यह भी कह देते हैं कि आदिवासी अनपढ़ और अंगूठा छाप है। शर्मनाक।