छत्तीसगढ़: सीएम बघेल ने नक्सलियों के कब्जे से जवान को छुड़ाने में शामिल रहे प्रतिनिधिमंडल को किया सम्मानित

सीएम बघेल ने कहा कि आज मुझे खुशी है कि हम जवान को वापस लाने में सफल रहे। इस ऑपरेशन में पत्रकारों और अन्य सभी अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 03:25 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 03:25 PM (IST)
छत्तीसगढ़: सीएम बघेल ने नक्सलियों के कब्जे से जवान को छुड़ाने में शामिल रहे प्रतिनिधिमंडल को किया सम्मानित
छत्तीसगढ़: सीएम बघेल ने नक्सलियों के कब्जे से जवान को छुड़ाने में शामिल रहे प्रतिनिधिमंडल को किया सम्मानित

रायपुर, एएनआइ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों के कब्जे से कोबरा जवान को छुड़ाने में शामिल रहे प्रतिनिधिमंडल को सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि इसमें हमारे नक्सल DG, CRPF के DG, बस्तर IG, बीजापुर ASP, ASDO और पत्रकारों की विशेष भूमिका रही। इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। बता दें कि कोबरा जवान राकेश्वर सिंह मन्हास एक बेहद की दुखद मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के कब्जे में चले गए थे, जिनको वापस लाने के प्रयास किए गए। 3 अप्रैल को बीजापुर में उनके अपहरण के बाद नक्सलियों ने उन्हें 8 अप्रैल छोड़ा दिया था। 

सीएम बघेल ने कहा कि जब हम जगदलपुर आए, तो राकेश्वर की मां ने मुझे अपने बेटे को सुरक्षित वापस लाने के लिए कहा था। आज मुझे खुशी है कि हम उसे वापस लाने में सफल रहे। इस ऑपरेशन में पत्रकारों और अन्य सभी अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं।

जवान राकेश्वर ने कहा, '7 अप्रैल को, मुझे पता चला कि एक प्रतिनिधिमंडल मुझे वापस लेने आ रहा है। 8 अप्रैल को, उन्होंने (नक्सलियों) मुझे एक जनसभा में रिहा कर दिया।' बता दें कि तीन अप्रैल को बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में 22 जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के बाद नक्सली कोबरा बटालियन के जवान मन्हास को अगवा करके ले गए थे। फिर उन्हें सामाजिक कार्यकर्ताओं और मीडिया के सहयोग से नक्सलियों के कब्जे से मुक्त कराया गया।

गौरतलब है कि जवान मनहास छह दिनों तक नक्सलियों की कैद में रहे। कैद से रिहा होने के बाद उन्होंने इन छह दिनों की कहानी संक्षेप में बताई। राकेश्वर सिंह मनहास ने कहा कि तीन अप्रैल को मुठभेड़ के दौरान वे नक्सलियों के बीच घिर गए थे।

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