सरकार दिसंबर में पेश कर सकती है कई महत्वपूर्ण विधेयक, संसद के सभी सदस्यों को दिल्ली में ही रहने के निर्देश

केंद्र सरकार दिसंबर के पहले हफ्ते में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को संसद में पेश कर सकती है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sat, 23 Nov 2019 07:53 AM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 07:53 AM (IST)
सरकार दिसंबर में पेश कर सकती है कई महत्वपूर्ण विधेयक, संसद के सभी सदस्यों को दिल्ली में ही रहने के निर्देश
सरकार दिसंबर में पेश कर सकती है कई महत्वपूर्ण विधेयक, संसद के सभी सदस्यों को दिल्ली में ही रहने के निर्देश

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्र सरकार दिसंबर के पहले हफ्ते में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को संसद में पेश कर सकती है। सत्तारूढ़ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अपने सभी लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों को दिसंबर के पहले हफ्ते के दौरान दिल्ली में ही उपस्थित रहने और संसद के सभी सत्रों में भाग लेने को कहा है। सूत्रों ने कहा कि इस निर्णय के साथ ही अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

माना जा रहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दिसंबर के पहले हफ्ते में बहु चर्चित सामान नागरिक संहिता विधेयक संसद में पेश कर सकती है। इसे नागरिकता संशोधन विधेयक भी कहा जाता है। केंद्र सरकार इसी साल पांच अगस्त को संसद के जरिये अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निष्कि्रय और जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन करने संबंधी साहसिक फैसला लेकर चौंका चुकी है।

सूत्रों ने बताया कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने शीतकालीन सत्र को देखते हुए सभी सांसदों को एक दिसंबर से अपने क्षेत्र के सभी प्रस्तावित कार्यक्रमों को रद अथवा स्थगित करने और दिल्ली में उपस्थित रहने को कहा है। सामान्य तौर पर सांसद सोमवार से शुक्रवार तक संसद सत्र में उपस्थित रहते हैं और हफ्ते के अंतिम दो दिन क्षेत्र में बिताते हैं।

उल्लेखनीय है कि शाह ने बुधवार को कहा था कि केंद्र सरकार नागरिक संहिता में संशोधन करेगी, ताकि पड़ोसी देशों में प्रताडि़त गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भी भारतीय नागरिकता मिल सके। हालांकि, राज्यसभा में राजग सदस्यों की संख्या कम है, लेकिन अनुच्छेद 370 और तत्काल तीन तलाक के मुद्दे पर वह बहुमत हासिल कर चुका है।

28 विधेयक लोकसभा में पेश 

प्रेट्र के अनुसार, जनसंख्या नियंत्रण के उपाय व वैदिक शिक्षा की अनिवार्य पढ़ाई समेत 28 प्राइवेट मेंबर बिल शुक्रवार को लोकसभा में पेश किए गए। इन मुद्दों को लोकसभा सदस्यों ने उठाया है। अन्य विधेयकों में अफीम उत्पादकों के लिए कल्याणकारी उपाय, अशोभनीय विज्ञापनों पर रोक और चाय बागान श्रमिकों के बकाये का समय पर भुगतान शामिल है।

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