विपक्षी सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में फिर अवरोध, हंगामे के कारण सदन ठप, थरूर ने भी संसद टीवी का शो छोड़ा

राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मामला सोमवार को भी गर्म रहा। विपक्ष ने स्पष्ट कहा कि सरकार जब तक निलंबन वापस नहीं लेती तब तक सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलाना संभव नहीं होगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:52 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 09:04 PM (IST)
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर राज्यसभा में फिर अवरोध, हंगामे के कारण सदन ठप, थरूर ने भी संसद टीवी का शो छोड़ा
राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मामला सोमवार को भी गर्म रहा।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मामला सोमवार को भी गर्म रहा। इन सांसदों के निलंबन की कार्यवाही को गैरकानूनी और असंवैधानिक बताते हुए विपक्ष ने स्पष्ट कहा कि सरकार जब तक निलंबन वापस नहीं लेती तब तक सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चलाना संभव नहीं होगा। इस बीच लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी एकजुटता दिखाते हुए संसद टीवी पर अपना शो स्थगित करने का एलान कर दिया।

थरूर ने कहा कि राज्यसभा में विपक्षी सांसदों को गैरकानूनी तरीके से निलंबित कर उनके लोकतांत्रिक अधिकार पर प्रहार किया जा रहा है। उन्होंने संसद टीवी पर अपने शो को तब तक नहीं करने का फैसला किया जब तक निलंबन वापस नहीं हो जाता। निलंबित सांसदों में शामिल शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी रविवार को ही संसद टीवी के एक कार्यक्रम का एंकर पद छोड़ने का एलान कर चुकी हैं।

संसद के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने सोमवार को निलंबित सांसदों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अपने खिलाफ कार्रवाई को गैरकानूनी बताया और संघर्ष जारी रखने का एलान किया। वहीं राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा कई अन्य विपक्षी सदस्यों ने यह मामला उठाया। हंगामे के कारण सदन कई बार बाधित हुआ।

पीठासीन सभापति ने विपक्षी सदस्यों की मांग पर सदन में महंगाई पर अल्पकालिक चर्चा शुरू कराने की घोषणा की और खड़गे को बोलने के लिए कहा। खड़गे ने कहा कि सबसे पहले विपक्षी सदस्यों का निलंबन वापस लिया जाए। खड़गे के अलावा कांग्रेस के आनंद शर्मा, एनसीपी की फौजिया खान और राजद के मनोज झा का नाम भी बोलने के लिए पुकारा गया मगर सभी ने निलंबन का मुद्दा उठाया।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस पर कहा कि विपक्ष लोकतंत्र की दुहाई देता है और हम बहस के लिए तैयार हैं। मगर बहाना कर चर्चा टाली जा रही है। तब खड़गे ने आसन से कहा कि सदन में व्यवस्था कायम हो तो वे बोलने के लिए तैयार हैं।

इस पर सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे हैं और नेता विपक्ष सदन में व्यवस्था बनाने के लिए आसन को कह रहे। पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार नोक-झोंक हुई। गृहमंत्री अमित शाह के नगालैंड की घटना पर सदन में बयान दिए जाने के दौरान भी विपक्ष का हमला जारी रहा और पांच बार ठप होने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। 

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