सीडब्ल्यूसी बैठक को 'परिवार बचाओ कार्यसमिति' बताकर भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना

भाजपा ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक पर निशाना साधा। इसे परिवार बचाओ कार्यसमिति कहते हुए चुटकी ली। साथ ही कहा पार्टी ने आंतरिक कलह और नेतृत्व विफलताओं के मुद्दों का कोई जवाब नहीं दिया। इसके बजाय झूठ फैलाने में लिप्त रही।

By TaniskEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:00 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:00 PM (IST)
सीडब्ल्यूसी बैठक को 'परिवार बचाओ कार्यसमिति' बताकर भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक। (फोटो- एएनआइ)

नई दिल्ली, पीटीआइ। भाजपा ने शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक पर निशाना साधा। इसे 'परिवार बचाओ कार्यसमिति' कहते हुए चुटकी ली। साथ ही कहा पार्टी ने आंतरिक कलह और नेतृत्व विफलताओं के मुद्दों का कोई जवाब नहीं दिया। इसके बजाय झूठ फैलाने में लिप्त रही। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सिंघू सीमा पर एक दलित व्यक्ति की निर्मम हत्या पर प्रतिक्रिया नहीं देने के लिए सीडब्ल्यूसी की भी आलोचना की, जहां किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या विपक्षी दल हत्या के पीछे 'तालिबानी मानसिकता' के साथ खड़ा है? उन्होंने  अराजक तत्व किसानों को अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।

गौरव भाटिया ने कहा कि क्षुद्र और घटिया वोट बैंक की राजनीति के लिए विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इस अहम मुद्दे पर चुप्पी साधे रखेगी, क्योंकि यह उनकी राजनीति को अनुकूल नहीं है। सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी के असंतुष्ट नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वो पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हैं और उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है। इस बात पर कटाक्ष करते हुए भाटिया ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि यह कांग्रेस वर्किंग कमेटी कम और परिवार बचाओ वर्किंग कमेटी ज्यादा थी। कांग्रेस ने फिर झूठ और भ्रम फैलाने की राजनीति को आगे बढ़ाया। विभिन्न राज्यों में कांग्रेस की सरकार को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब नहीं दिया गया।

भाटिया ने कांग्रेस शासित राज्यों पंजाब और राजस्थान में विरोध कर रहे किसानों के एक समूह पर पुलिस लाठीचार्ज का हवाला देते हुए पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब द्वारा लाया गया कांट्रेक्ट फार्मिंग को लेकर कानून कहता है कि समझौते को तोड़ने के लिए किसानों को गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह एक काला कानून है और कांग्रेस अध्यक्ष को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसे वापस लिया जाए। उन्होंने 21 महीने से अधिक समय तक रायबरेली लोकसभा क्षेत्र का दौरा नहीं करने के लिए सोनिया गांधी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह एक सांसद के रूप में विफल रही हैं।

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