पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की अहम बैठक शुरू, कई मुद्दों पर होगी चर्चा

भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष के नेतृत्‍व में सोमवार को एक अहम बैठक हो रही है। इसमें आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की रणनीति तय होगी। साथ ही इसमें तीन कृषि कानूनों और किसानों के विरोध प्रदर्शन पर भी चर्चा होगी।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:08 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 11:07 AM (IST)
पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की अहम बैठक शुरू, कई मुद्दों पर होगी चर्चा
जेपी नड्डा के नेतृत्‍व में होगी भाजपा की अहम बैठक

नई दिल्ली (जेएनएन)। पांच राज्‍यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की अहम बैठक शुरू हो गई है। पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नतृत्‍व में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्‍यों में पार्टी के प्रचार अभियान और रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इस बैठक में कृषि कानून विरोधी आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा और कोरोना टीकाकरण पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। आपको बता दें कि वर्ष 2022 में गोवा, उत्‍तर प्रदेश, पंजाब, उत्‍तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, मणिपुर और गोवा के विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें गोवा, यूपी, पंजाब, उत्‍तराखंड और मणिपुर में फरवरी-मार्च 2022 में जबकि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव नवंबर और गुजरात के दिसंबर 2022 में होंगे।

फरवरी - मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की पूरी कोशिश है कि तीन कृषि कानूनों के मसले और इसके खिलाफ हो रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को किसी तरह से सुलझा लिया जाए। केंद्र इसके लिए लगातार प्रयास भी कर रही है। केंद्र की तरफ से इस संबंध में कई दौर की बातचीत भी हुई है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं विपक्ष भी किसानों के मसले को लेकर लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। वहीं केंद्र का आरोप है कि विपक्ष इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है और किसानों को भड़काने का काम कर रहा है। केंद्र का ये भी कहना है कि देश के किसान उनके साथ हैं और जो इसके विरोध में लगभग एक वर्ष से सड़कों को जाम किए हुए बैठे हैं वो दरअसल, राजनीति करने का काम कर रहे हैं।

आज होने वाली बैठक में इस मुद्दे को सुलझाने पर तो चर्चा हो ही सकती है साथ ही इन राज्‍यों में चुनाव प्रचार की कमान और इसके चेहरे को लेकर भी चर्चा हो सकती है। बता दें कि उत्‍तराखंड में पार्टी ने पांच वर्षों के दौरान कई मुख्‍यमंत्रियों को बदल दिया है। इसको देखते हुए भी पार्टी अपनी रणनीति तैयार करेगी जिससे इसका खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में न भुगतना पड़े।

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