केरल में संघ कार्यकर्ता की हत्या पर भाजपा ने माकपा सरकार पर एसडीपीआइ को लेकर लगाए आरोप
वरिष्ठ भाजपा नेता और विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने भी आरोप लगाया है कि कम्युनिस्ट और कांग्रेस दोनों ही राज्य में अपना वोट बैंक बनाए रखने के लिए पीएफआइ जैसे आतंकी संगठन को बढ़ावा दे रहे हैं। केंद्र सरकार धार्मिक आधार पर ऐसी आतंकी गतिविधियों के खिलाफ जरूरी कदम उठाएगी।
अलपुझा, एजेंसियां। केरल के अलपुझा जिले में बुधवार रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआइ) से जुड़े आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसडीपीआइ- पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) की राजनीतिक शाखा है। चेरथला के निकट नागमकुलंगारा में दो गुटों के बीच बुधवार को हुए संघर्ष में एसडीपीआइ के कार्यकर्ताओं ने वायलार निवासी 23 वर्षीय नंदु कृष्णा की कथित तौर पर हत्या कर दी। भाजपा ने माकपा सरकार पर एसडीपीआइ को शह देने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने अलपुझा जिले में गुरुवार को दिनभर की हड़ताल की
पुलिस के मुताबिक, संघर्ष में एसडीपीआइ और आरएसएस के छह कार्यकर्ता घायल हो गए। घायलों को अलपुझा और एर्नाकुलम के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें संघ के एक कार्यकर्ता की हालत गंभीर बताई गई है। भाजपा ने संघ कार्यकर्ताओं पर हमले के विरोध में गुरुवार को जिले में पूरे दिन की हड़ताल की। रिपोर्टो के अनुसार, पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कासरगोड से तिरुअनंतपुरम तक भाजपा की विजय यात्रा का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उनके विरोध में एसडीपीआइ ने मार्च का आयोजन किया था। इस कारण क्षेत्र में तनाव बना हुआ था। दोनों संगठनों ने बुधवार को अलग-अलग मार्च निकाला था।
माकपा का एसडीपीआइ से राजनीतिक गठजोड़
भाजपा ने संघ कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुए केरल सरकार पर आरोप लगाया है कि चूंकि सत्तारूढ़ माकपा का एसडीपीआइ से राजनीतिक गठजोड़ है, इसलिए केरल सरकार दोषियों का पक्ष ले रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने एसडीपीआइ के पैतृक संगठन पीएफआइ को आतंकी संगठन करार देते हुए राज्य सरकार से उसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
वोट बैंक के लिए पीएफआइ जैसे आतंकी संगठन को बढ़ावा
वरिष्ठ भाजपा नेता और विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने भी आरोप लगाया है कि कम्युनिस्ट और कांग्रेस दोनों ही राज्य में अपना वोट बैंक बनाए रखने के लिए पीएफआइ जैसे आतंकी संगठन को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार धार्मिक आधार पर ऐसी आतंकी गतिविधियों के खिलाफ जरूरी कदम उठाएगी।