बिरला ने कहा- वर्तमान संसद भवन ऐतिहासिक है, लेकिन इसमें पुनर्निर्माण की कोई गुंजाइश नहीं

ओम बिरला जी ने पहली बार चुने गए सांसद युवा सांसदों और महिला सांसदों को सदन में बोलने का मौका दिए जाने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने विभिन्न समितियों को भी मजबूत किया है जिनकी हमारे लोकतंत्र में भूमिका महत्वपूर्ण है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 01:25 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 01:25 AM (IST)
बिरला ने कहा- वर्तमान संसद भवन ऐतिहासिक है, लेकिन इसमें पुनर्निर्माण की कोई गुंजाइश नहीं
लोस और रास द्वारा नए संसद भवन की जरूरत बताने पर केंद्र ने फैसला किया था

नई दिल्ली, एएनआइ। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की जरूरत पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि वर्तमान संसद भवन में पुनर्निर्माण की कोई गुंजाइश नहीं है। बिरला ने कहा कि वर्तमान संसद भवन ऐतिहासिक है। इसमें कई फैसले लिए गए हैं, लेकिन अब इसमें पुनर्निर्माण की कोई गुंजाइश नहीं है, इसलिए एक नए भवन की जरूरत थी। इसलिए संसद ने इसके लिए अनुरोध किया और सरकार ने उसे मान लिया।

बिरला ने कहा- लोस और रास द्वारा नए संसद भवन की जरूरत बताने पर केंद्र ने फैसला किया था

सेंट्रल विस्टा को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना पर बिरला ने कहा कि आलोचना लोकतंत्र की विशेषता है। हालांकि, इस फैसले में केंद्र की कोई भूमिका नहीं थी। लोकसभा और राज्यसभा द्वारा नए संसद भवन की जरूरत बताने पर केंद्र ने यह फैसला किया था।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा- स्थायी समितियों की बैठकें निजता में होनी चाहिए

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि संसद की कुछ स्थायी समितियों के चेयरमैन द्वारा कोरोना की स्थिति को देखते हुए वर्चुअल तरीके से बैठक की मांग की गई है, जिस पर संसद की नियम समिति विचार करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान नियम के मुताबिक स्थायी समितियों की बैठकें निजता में होनी चाहिए। स्थायी समितियां पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए जनहित के मामलों पर चर्चा करती हैं।

मोदी ने की बिरला के कार्यों की तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को ट्वीट कर लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला के कार्यों की तारीफ की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दो वर्षों में ओम बिरला जी ने ऐसे कई कदम उठाए हैं जिन्होंने हमारे संसदीय लोकतंत्र को समृद्ध किया है और उत्पादकता में वृद्धि की है। इससे कई ऐतिहासिक और जन-समर्थक कानून पारित हुए हैं। इन कार्यों के लिए ओम बिरला जी को बधाई..!

बिरला ने युवा सांसदों और महिला सांसदों को सदन में बोलने का दिया मौका

ओम बिरला जी ने पहली बार चुने गए सांसद, युवा सांसदों और महिला सांसदों को सदन में बोलने का मौका दिए जाने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने विभिन्न समितियों को भी मजबूत किया है जिनकी हमारे लोकतंत्र में भूमिका महत्वपूर्ण है।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा- लोकतंत्र में विपक्षी सदस्यों के विचारों का सम्मान होना चाहिए

वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का कहना है कि लोकतंत्र में हमारा प्रयास विपक्षी सदस्यों के विचारों का सम्मान करने का होना चाहिए। मेरा प्रयास है कि जिस दल का सदन में एक भी सदस्य हो, उसे पर्याप्त समय दिया जाए। लोकतंत्र में निर्णय व्यापक सहमति के आधार पर लिए जाने चाहिए न कि केवल बहुमत के आधार पर... गौरतलब है कि हाल ही में ओम बिरला ने एक विशेष साक्षात्‍कार में बताया था कि कोरोना संकट में भी सदन की उत्पादकता 122 फीसद रही।

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