Cab Protests In Assam: हेमंत बिस्वसर्मा बोले, नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
नागरिकता कानून को लेकर भड़की हिंसा को लेकर असम के मंत्री हेमंत बिस्वसर्मा ने कहा है कि गुवाहाटी में मंगलवार से हमने कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया है।
संजय मिश्र, गुवाहाटी। नागरिकता कानून के विरोध में असम में हुए आंदोलन के दौरान भारी हिंसा को लेकर राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोपों का दौर थम नहीं रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पूर्वोत्तर की नागरिकता कानून विरोधी हिंसा में कांग्रेस का हाथ होने के आरोपों के बाद असम की भाजपा सरकार ने भी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। गुवाहाटी में मंगलवार से हमने कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया है।
190 अराजक तत्व गिरफ्तार
असम के वरिष्ठ मंत्री हेमंत बिस्वसर्मा ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक विशेष राजनीतिक दल ने अराजकतत्वों के जरिये विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा कराई। राज्य सरकार नागरिकता कानून के विरोध की आड़ में हिंसा करने वाले 190 अराजकतत्वों को अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सख्ती के चलते हिंसा थम गई है। मगर उपद्रवियों को मौका नहीं देने के लिए गुवाहाटी समेत कई जिलों में रात का कर्फ्यू और इंटरनेट पर पाबंदी अभी जारी है। सूबे में विरोध प्रदर्शन अभी जारी है और सोमवार को सत्याग्रह आंदोलन के तहत लोगों ने सांकेतिक गिरफ्तारी भी दी। विरोध प्रदर्शन के हिंसक दौर के थमने के बाद थोड़ी राहत महसूस कर रही राज्य सरकार ने सोमवार को इस आंदोलन को समर्थन दे रहे राजनीतिक दलों को कठघरे में खड़ा करने के प्रयास किया।
गुवाहाटी में ही होगा भारत-जापान शिखर सम्मेलन
उन्होंने कहा कि भारत-जापान शिखर सम्मेलन स्थगित कर दिया गया है, लेकिन यह बाद में गुवाहाटी में ही होगा। प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि गुवाहाटी से कार्यक्रम स्थल को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा, लेकिन तारीख बदली जा सकती है। पीएम का व्यक्तिगत रूप से आग्रह है कि यह कार्यक्रम गुवाहाटी में ही होना चाहिए। गुवाहाटी के शंकरदेव कलाक्षेत्र में बर्बरता हुई। जब हमने जांच की तो हमें उस घटना में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की संलिप्तता मिली। अगर उसने अपनी व्यक्तिगत क्षमता या किसी संगठित अपराध के हिस्से के रूप में ऐसा किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
हिंसक विरोध प्रदर्शन करने वाले तत्वों के खिलाफ 136 मुकदमे दर्ज
सोनोवाल सरकार में नंबर दो हेमंत बिस्वसर्मा ने नागरिकता कानून में संशोधनों के बाद गुवाहाटी में पहली प्रेसवार्ता में कहा कि जिन 190 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उसमें कई लोग एक विशेष राजनीतिक दल से जुड़े हैं। उन्होंने इस पार्टी का नाम नहीं लिया, मगर उनका साफ इशारा कांग्रेस की ओर था। हिंसक विरोध प्रदर्शन करने वाले तत्वों के खिलाफ 136 मुकदमे दर्ज करने की बात भी उन्होंने कही। हेमंत बिस्वसर्मा ने गिरफ्तार लोगों में कांग्रेस से जुडे़ लोगों का भले ही सीधे जिक्र नहीं किया, लेकिन असम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य रिपुल बोरा ने माना कि युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुवाहाटी और अपर असम के जिलों डिब्रूगढ़, जोरहाट और गोलाहाट आदि में यह गिरफ्तारियां हुई हैं।
ध्यान बंटाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
हालांकि रिुपुल बोरा ने युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को भाजपा और आरएसएस की साजिश करार दिया। उनका कहना था कि नागरिकता कानून के खिलाफ भाजपा संघ को लेकर लोगों में जो गुस्सा है, उससे ध्यान बंटाने और कांग्रेस को बदनाम करने के लिए यह गिरफ्तारियां की गई हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठियों की नागरिकता की राह हई बंद
नागरिकता कानून के खिलाफ आंदोलन करने के बहाने हिंसा करने वाले अराजकतत्वों में अधिकांश एक समुदाय विशेष बांग्लादेशी घुसपैठियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। नये कानून के तहत जाहिर तौर पर ऐसे लोगों की नागरिकता की राह बंद हो गई है। हेमंत बिस्वसर्मा ने अपनी प्रेसवार्ता के दौरान गिरफ्तार कुछ आरोपियों के नाम का खुलासा कर कुछ ऐसा ही संकेत दिया। जबकि असम भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास का साफ कहना है कि नागरिकता कानून के खिलाफ माहौल का सियासी फायदा उठाने के लिए बांग्लादेशी अल्पसंख्यक घुसपैठियों के जरिये हिंसा कराई गई है। दास के मुताबिक इस हिंसा में कांग्रेस और वामपंथी दलों से जुड़े संगठनों का हाथ है। और इनका मकसद हालात का राजनीतिक फायदा उठाना है।