तिरुपति उपचुनाव: YSRCP उम्मीदवार को अयोग्य ठहराए चुनाव आयोग, BJP ने की मांग
Tirupati LS Bypoll तिरुपति लोकसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग को आंध्र प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी प्रमुख पत्र लिखकर YSRCP उम्मीदवार को अयोग्य ठहराने और सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा राज्य सरकार तंत्र के दुरुपयोग रोकने का आग्रह किया है।
अमरावती, एएनआइ। आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में YSRCP व BJP के बीच टकराव सामने आ रहा है। इस क्रम में 17 अप्रैल को होने वाले तिरुपति लोकसभा उपचुनाव को लेकर YSRCP उम्मीदवार को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रमुख सोमु वीरराजू (Somu Veerraju) ने चुनाव आयोग को दो पत्र लिखा।
पहले पत्र में BJP प्रमुख ने YSRCP उम्मीदवार एम गुरुमूर्ति (M Gurumurthy) पर आरोप लगाया कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भगवान बालाजी के तस्वीर का इस्तेमाल किया जो पीपुल्स एक्ट 1951 के प्रावधानों का उल्लंघन है। वीरराजू ने चुनाव आयोग से उम्मीदवार को अयोग्य ठहराने की मांग की। एक अन्य पत्र में प्रदेश के भाजपा प्रमुख ने चुनावी पैनल से आग्रह किया कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा राज्य के सरकारी तंत्र का दुरुपयोग के लिए तुरंत कदम उठाया जाए।
उन्होंने पत्र में अपील की है, 'सत्तारूढ़ पार्टी अपने पार्टी उम्मीदवार के लिए गांव व वार्ड के वॉलंटियरों का दुरुपयोग कर रही है जो चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है।' वीरराजू ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ YSRCP का उम्मीदवार अनुसूचित जाति से नहीं है, वो ईसाई धर्म के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसलिए चुनाव के लिए वो अयोग्य हैं।'
BJP प्रमुख वीरराजू का दावा है कि तिरुपति के लोग उपचुनाव में सत्तारूढ़ YSRCP को सबक सिखाएंगे। उन्होंने दावा किया कि रेड्डी सत्ता से बेपरवाह हैं। लेकिन BJP और जनसेना नेता YSRCP की धमकियों से नहीं डरेंगे। शुक्रवार को मतदान की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई एक बैठक में वीरराजू ने आरोप लगाया था कि सरकारी अधिकारी सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के लिए काम कर रहे हैं और पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय हो रहा है।
तिरुपति लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव होने वाला है लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी इसके लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। इससे पहले चुनाव प्रचार का कार्यक्रम बना था लेकिन इसे रद कर दिया गया। मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी का 14 अप्रैल को तिरुपति लोकसभा चुनाव के प्रचार का कार्यक्रम था जो कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण रद कर दिया गया।