पीएम मोदी की दखल के बाद CBSE ने दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को किया रद, 12वीं की परीक्षा भी टाली

सीबीएसई की 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की बैठक के बाद लिया गया। इससे पहले कई नेताओं और राज्य सरकारों ने CBSE बोर्ड परीक्षाएं टालने की मांग की थी।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 03:18 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 03:18 PM (IST)
पीएम मोदी की दखल के बाद CBSE ने दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को किया रद, 12वीं की परीक्षा भी टाली
पीएम मोदी की मीटिंग के बाद किया गया ऐलान। (फोटो: प्रेट्र)

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सीबीएसई ने आखिरकार चार मई से प्रस्तावित दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद कर दिया है। अब यह परीक्षाएं नहीं होगी। इन सभी छात्रों को आंतरिक आंकलन के आधार पर ही अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया जाएगा। वहीं बारहवीं की परीक्षाओं को टाल दिया है। फिलहाल यह परीक्षाएं अब 31 मई तक नहीं होगी। एक जून को कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए नई तारीखें तय की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी के बोर्ड परीक्षाओं को कैंसिल करने या स्थगित किए जाने की मांग पर दखल दिए जाने के बाद ये फैसला लिया गया। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को कैंसिल करने या स्थगित किए जाने की मांग के बीच पीएम मोदी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। इस बैठक में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। इसी अहम बैठक में बोर्ड परीक्षाओं को टालने का फैसला लिया गया। 

इस बैठक में प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव, स्कूली शिक्षा सचिव अनीता करवाल सहित सीबीएसई के जुड़े आला अधिकारी मौजूद थे। माना जा रहा है कि पीएम ने यह बैठक बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की उठ रही मांगों के बाद की है। दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिक्षा मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर परीक्षाओं को टालने की मांग की थी। साथ ही कहा था कि प्राथमिकता में बच्चों की सुरक्षा है, परीक्षाएं तो होती रहेगी। 

इस बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि सीबीएसई की दसवीं की बोर्ड परीक्षाएं अब नहीं होगी। छात्रों को आंतरिक आंकलन के आधार पर ही प्रमोट किया जाएगा। इसके साथ ही यदि कोई छात्र आंतरिक आंकलन के आधार पर मिले अंकों से संतुष्ट नहीं होती है, तो उन्हें स्थितियों के सामान्य होने पर परीक्षा का भी मौका दिया जाएगा। वहीं बारहवीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इनकी अगली तारीखों का ऐलान एक जून को कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लिया जाएगा। जो पंद्रह दिन के भीतर कभी भी कराई जा सकती है।

दिल्ली, पंजाब सरकार ने भी उठाई थी मांग

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते एक लाख से ज्यादा छात्र पहले ही अभियान चला कर बोर्ड परिक्षाओं को कैंसिल करने की मांग कर चुके थे। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से CBSE की board परीक्षाओं को कैंसिल करनेकी मांग की थी। वहीं पंजाब के CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित किए जाने की अपील की थी।

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