Monsoon Session 2020: आवश्यक वस्तु, श्रम सुधार समेत एक दर्जन विधेयक एक दिन में पारित, कल् हो सकती है सत्र की समाप्ति की घोषणा

दोनों सदनों से बैंकिंग रेगुलेशन संशोधन विधेयक कंपनी विधेयक महामारी संशोधन विधेयक जैसे कुछ अन्य विधेयकों को भी मंजूरी मिल गई। दरअसल कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहले ही यह सहमति बन गई थी कि बुधवार को मानसून सत्र स्थगित कर दिया जाए।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 09:00 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 09:00 PM (IST)
Monsoon Session 2020: आवश्यक वस्तु, श्रम सुधार समेत एक दर्जन विधेयक एक दिन में पारित, कल् हो सकती है सत्र की समाप्ति की घोषणा
भारतीय संसद की फाइल फोटो, जहां मानसून सत्र चल रहा है।

 नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। फार्म विधेयक को लेकर एक दिन पहले हुए हंगामे और सत्तापक्ष व विपक्ष की भिड़ंत का राजनीतिक मुकाम जो भी हो, संसद में सरकारी कामकाज बेधड़क दौड़ पड़ा। राज्यसभा से निलंबित सांसदों का निलंबन खत्म करने की मांग को लेकर दोनों सदनों का बहिष्कार कर रहे विपक्ष के फैसले के कारण सरकार ने दोनों सदनों में 11 विधेयक पारित करा लिए। कृषि सुधारों से संबंधित तीसरा आवश्यक वस्तु अधिनियम (संशोधन) विधेयक को जहां राज्यसभा से मंजूरी मिल गई। वहीं लोकसभा में श्रम सुधार से जुड़े तीन कानून भी आसानी से पारित हो गए। पूरी संभावना है कि बुधवार को मानसून सत्र की समाप्ति की घोषणा हो जाए। 

बुधवार को मानसून सत्र समाप्ति की घोषणा से पहले भी कुछ विधेयक होंगे पारित

आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन के बाद इसके दायरे से दायरे से अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेल, आलू व प्याज बाहर हो जाएंगे। यानी इन जिंसों पर स्टॉक सीमा जैसे कड़े प्रतिबंध वाले प्रावधान लागू नहीं होंगे। लेकिन बेहद विशेष परिस्थितियों में इसे लागू किया जा सकता है। युद्ध, भीषण सूखा, संबंधित जिंस में आसमान छूती महंगाई और प्राकृतिक आपदाओं के समय ही इन पर कानूनी शिकंजा कसा जा सकता है। संसद के दोनों सदनों से पारित आवश्यक वस्तु (संशोधन) का यह अधिनियम अगस्त में केंद्र सरकार की ओर से जारी अध्यादेश का स्थान लेगा। 

दोनों सदन से विपक्ष के बायकाट के कारण विधेयक आसानी से हुआ पारित

इसके अलावा दोनों सदनों से बैंकिंग रेगुलेशन संशोधन विधेयक, कंपनी विधेयक, महामारी संशोधन विधेयक जैसे कुछ अन्य विधेयकों को भी मंजूरी मिल गई। दरअसल कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहले ही यह सहमति बन गई थी कि बुधवार को मानसून सत्र स्थगित कर दिया जाए। पिछले दो दिनों में जिस तरह सत्तापक्ष और विपक्ष की भिड़ंत तीखी हुई है उसके बाद वैसे भी सत्र चलाने का बहुत औचित्य नहीं है। ऐसे मे बुधवार तक सरकार अपना विधायी कार्य पूरा कर लेना चाहती है। 

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