सोनिया गांधी की पार्टी नेताओं को हिदायत, निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर करें पार्टी हित में काम
पांच विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की आज एक अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में इन राज्यों में चुनाव की रणनीति के अलावा लोगों को पार्टी की सदस्यता देने पर भी विचार किया जा रहा है। 1 नवंबर से पार्टी सदस्यता अभियान शुरू करेगी।
नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस की आज एक अहम बैठक शुरू हो गई है। ये बैठक पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बुलाई गई है। इस बैठक में पार्टी के सभी शीर्ष पदाधिकारियों के अलावा विधानसभा चुनाव वाले राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी भी हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी कर रही हैं।
इस बैठक में सोनिया गांधी ने सभी को अनुशासन में और एकजुट रहने की हिदायत दी है। इसके अलावा उन्होंने पार्टी और संगठन को मजबूत करने के लिए नेताओं से पहल करने और अपने निजी महत्वाकांक्षाओं और स्वार्थ से ऊपर उठकर पार्टी हित में काम करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के खिलाफ मजबूती से खड़ा होने और लड़ने पर भी बल दिया है। उन्होंने इस बैठक में कहा कि इन चुनावों को जीतने के लिए हमें सत्ताधारी पार्टी के झूठ को सभी के सामने आगे बढ़कर लाना जरूरी होगा।
सोनिया गांधी ने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने की मुहिम को तेज करने के साथ उन नेताओं की तरफ भी इशारा किया जो जमीन से कट गए हैं या आम लोगों से दूर हो गए हैं। उनका कहना था कि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव में जीत का नया मंत्र दिया जाए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को इसके लिए पूरी ट्रेनिंग दी जाए, जिससे वो भाजपा द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का पर्दाफाश कर सकें।
इस बैठक में ये भी कहा गया कि कांग्रेस देश में जारी अहम मुद्दों पर हर रोज अपनी राय एक बयान के रूप में जारी करेगी। सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी के नए कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के विचारों से अवगत कराया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार ने देश के संस्थानों को बर्बाद कर दिया है। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी की जवाबदेही होनी चाहिए। गौरतलब है कि अगले वर्ष उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें से केवल पंजाब में ही कांग्रेस की सरकार है।