भारत-बांग्लादेश में तीस्ता पर आगे बढ़ी बात, पांच एमओयू पर हस्ताक्षर, मोदी और शेख हसीना ने शुरू की नई यात्री ट्रेन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस वार्ता में दोनों देशों के बीच कई समझौते होने की संभावना है। इससे पहले पीएम मोदी मतुआ संप्रदाय के आध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर की जन्मस्थली ओराकांडी के एक मंदिर गए।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 27 Mar 2021 05:23 PM (IST) Updated:Sat, 27 Mar 2021 10:56 PM (IST)
भारत-बांग्लादेश में तीस्ता पर आगे बढ़ी बात, पांच एमओयू पर हस्ताक्षर, मोदी और शेख हसीना ने शुरू की नई यात्री ट्रेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।

ढाका, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ फलदायी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की पूर्ण समीक्षा की और भविष्य में आर्थिक व सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत बनाने के रास्तों पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच तीस्ता नदी जल बंटवारे के मुद्दे पर भी बात हुई और मोदी ने सभी संबंधित पक्षों से परामर्श करके समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश करने की बात दोहराई। दोनों प्रधानमंत्रियों ने ढाका और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच एक नई यात्री ट्रेन का भी उद्घाटन किया। 

पांच समझौतों पर मुहर 

बैठक के दौरान द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में पांच सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। अपनी बांग्लादेश यात्रा के दूसरे दिन मोदी ने पहले शेख हसीना के साथ अलग वार्ता की और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई जो एक घंटे से भी अधिक समय तक चली। मोदी ने ट्वीट कर बताया, 'भारत और बांग्लादेश ने आपदा प्रबंधन, खेल एवं युवा मामलों, व्यापार और तकनीक जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे हमारी विकास साझेदारी को मजबूती मिलेगी और हमारे देशों के लोगों खासकर युवाओं को फायदा होगा।' 

इन मुद्दों पर हुई चर्चा 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री हसीना ने स्वास्थ्य, व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, विकास के क्षेत्र में सहयोग और कई अन्य क्षेत्रों में हुई प्रगति पर विचार-विमर्श किया। भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया, 'भारतीय पक्ष ने बांग्लादेश की ओर से लंबित फेनी नदी के जल बंटवारे के लिए मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने का अनुरोध भी किया।' इससे पहले शेख हसीना ने पूर्व में सहमति के आधार पर बने प्रस्तावित तीस्ता जल समझौते को जल्द लागू करने की मांग की। 

तीस्ता पर आगे बढ़ी बात 

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना के साथ शनिवार को वार्ता के दौरान तीस्ता जल बंटवारा समझौता संबंधित हितधारकों के साथ परामर्श के जरिए पूरा करने के लिए गंभीर प्रयास करने की बात दोहराई। बैठक के दौरान भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के जल बंटवारा के लिए एक मसौदा को भी शीघ्र ही अंतिम रूप देने का अनुरोध किया। यह मसौदा बांग्लादेश की ओर से लंबित है। मौजूदा वक्‍त में भारत और बांग्लादेश एक देश से दूसरे देश में बहने वाली 56 नदियों पर सहयोग कर रहे हैं। 

तीस्‍ता पर पहले भी हो चुकी है कोशिश 

श्रृंगला ने बताया कि पेयजल, सिंचाई के अलावा बाढ़ एवं प्रदूषण नियंत्रण के मसले पर भी दोनों देशों के बीच सहयोग का दायरा काफी व्यापक है। हाल ही में दोनों देशों के जल संसाधन सचिवों की नई दिल्ली में एक बैठक हुई थी। भारत और बांग्‍लादेश तीस्ता समेत सभी अहम मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। गौरतलब है कि तीस्ता समझौते पर सितंबर 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बांग्लादेश यात्रा के दौरान दस्‍तखत होने थे लेकिन अंतिम क्षणों में इसको टाल दिया गया था। तीस्‍ता का प्रवाह बांग्लादेश के लिए काफी मायने रखता है। 

'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' की तारीफ  

प्रधानमंत्री मोदी और बंग्‍लादेश की पीएम शेख हसीना के बीच हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' की सराहना की है। पीएम मोदी और शेख हसीना ने शनिवार को बंगबंधु-बापू डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। हम इस प्रदर्शनी को कई देशों में ले जाने की योजना बना रहे हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई। 

छह दिसंबर को 'मैत्री दिवस' के रूप में मनाने का फैसला

भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि पीएम मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छह दिसंबर को 'मैत्री दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। इसी दिन भारत ने औपचारिक रूप से बांग्लादेश को एक मुल्‍क के तौर पर मान्यता दी थी।  पीएम मोदी और शेख हसीना के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे दोनों देश 1971 की विरासत को संरक्षित कर सकते हैं। 

अंतरिक्ष क्षेत्र में बढ़ाएंगे सहयोग  

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत और बांग्लादेश अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को राजी हैं। बैठक में तीस्ता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस समझौते को पूरा करने के लिए भारत के ईमानदार और निरंतर प्रयासों को दोहराया।

मोटर वाहन समझौते पर भी हुई बात 

श्रृंगला ने बताया कि भारतीय पक्ष ने फेनी नदी के पानी के बंटवारे के मसौदे को जल्द अंतिम रूप देने का भी अनुरोध किया। BBIM समूह के तहत भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के बीच बहुत सक्रिय सहयोग है। बैठक में मोटर वाहन समझौते पर भी बात हुई। भारत अपनी जमीन से भूटान और नेपाल को बांग्लादेशी निर्यात की सुविधा दे रहा है। विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देश असैन्य परमाणु सहयोग बढ़ाने पर भी सहमत हैं। रूपपुर न्यूक्लियर पॉवर प्लांट की ट्रांसमिशन लाइनों को भारतीय कंपनियों द्वारा विकसित किया जाएगा।  

कोविड वैक्सीन की 12 लाख डोज सौंपी 

प्रधानमंत्री मोदी ने शेख हसीना को 109 एंबुलेंस की एक सांकेतिक चाभी भी सौंपी। इसके अलावा उन्होंने भारत की ओर से उपहार स्वरूप बांग्लादेश को 12 लाख कोविड वैक्सीन की डोज के संकेत के तौर पर एक बाक्स सौंपा। वहीं, शेख हसीना ने अपने पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशती वर्ष के अवसर पर जारी सोने और चांदी का एक-एक सिक्का मोदी को भेंट किया। बांग्लादेश की आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर जारी चांदी का सिक्का भी उन्होंने मोदी को भेंट किया।

ढाका-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलेगी नई ट्रेन 

दोनों नेताओं ने वर्चुअली कई परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इनमें भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर तीन नई सीमाई हाट और ढाका-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच नई यात्री ट्रेन मिताली एक्सप्रेस शामिल हैं। यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच मैत्री एक्सप्रेस (ढाका-कोलकाता) और बंधन एक्सप्रेस (खुलना-कोलकाता) के बाद तीसरी यात्री ट्रेन है। यह नई अंतर-देशीय यात्री ट्रेन बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की जन्मशती और बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती के मौके पर शुरू की गई है। यह बांग्लादेश में चिलहाटी स्टेशन के रास्ते ढाका छावनी और न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलेगी। 

जारी किया मैत्री स्टैंप  

ढाका और चिलहाटी के बीच 453 किमी की दूरी है और चिलहाटी एवं न्यू जलपाईगुड़ी के बीच 71 किमी का फासला है। भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तब यह ट्रेन चलने लगेगी। फिलहाल दोनों देशों ने कोविड-19 महामारी के चलते रेल सेवाएं स्थगित कर रखी हैं। दोनों प्रधानमंत्रियों ने राजनयिक रिश्तों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ की याद में भारत-बांग्लादेश मैत्री स्टैंप भी जारी किया।

बांग्लादेशी राष्ट्रपति के साथ आपसी सहयोग पर चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद से भी मुलाकात की और भारत-बांग्लादेश में सहयोग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ शानदार बैठक हुई। भारत-बांग्लादेश की बीच सहयोग से जुड़े विविध विषयों पर हमने अपने विचार साझा किए।' विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि मोदी और हामिद के बीच द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर व्यापक चर्चा हुई और उन्होंने क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा किए।

जशोरेश्वरी काली मंदिर में की पूजा 

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय बांग्लादेश यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सत्खिरा स्थित प्राचीन जशोरेश्वरी काली मंदिर में पूजा अर्चना के साथ की। प्रधानमंत्री मोदी ने जशोरेश्वरी काली मंदिर में संपूर्ण मानव जाति के कल्याण की कामना की। मालूम हो कि कई शताब्दियों पुराना यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। मंदिर पहुंचने पर पीएम मोदी का शंख बजाकर भव्‍य स्‍वागत किया गया। उन्‍हें तिलक भी लगाया गया। प्रधानमंत्री ने मां काली को एक मुकुट, साड़ी एवं अन्य पूजन सामग्रियां अर्पित कीं। उन्‍होंने (PM Narendra Modi) मंदिर की परिक्रमा भी की। 

कोरोना संकट से मुक्ति की कामना की 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे 51 शक्तिपीठों में से एक मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। आज पूरी मानव जाति कोरोना के कारण अनेक संकटों से गुजर रही है। मां काली से यही प्रार्थना है कि पूरी मानव जाति को कोरोना के इस संकट से जल्द से जल्द मुक्ति दिलाएं। प्रधानमंत्री ने सर्वे भवंतु सुखिन: और वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र को भारतीय संस्कृति की विरासत बताई। पीएम मोदी ने यहां एक सामुदायिक केंद्र के निर्माण की जरूरत बताई। उन्‍होंने कहा कि भारत सरकार यहां इसके निर्माण का काम करेगी ताकि यह श्रद्धालुओं के उपयोग में आए। 

बंगबंधु के स्मारक का दौरा किया 

प्रधानमंत्री मोदी ने गोपालगंज जिले के तुंगीपाड़ा स्थित बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के स्मारक का दौरा भी किया। पीएम मोदी ने उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ऐसा करने वाले पहले विदेशी प्रधानमंत्री हैं। बंगबंधु स्मारक परिसर पहुंचने पर पीएम मोदी का बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने स्वागत किया। शेख हसीना शेख मुजीबुर रहमान की बेटी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ समय मौन भी रखा। इस दौरान बांग्‍लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने फातिहा पढ़ा। 

ओराकांडी मंदिर में पूजा अर्चना की 

प्रधानमंत्री मोदी मतुआ सम्प्रदाय के आध्यात्मिक गुरु हरिचंद ठाकुर की जन्मस्थली ओराकांडी के एक मंदिर भी गए और वहां पूजा अर्चना की। प्रधानमंत्री ने वहां मतुआ समुदाय के लोगों से संवाद किया। उन्‍होंने कहा कि अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह भारत और बांग्लादेश स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ओराकांडी में एक प्राथमिक विद्यालय और लड़कियों के एक माध्यमिक विद्यालय को विकसित करेगी। मौजूदा वक्‍त में भारत सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। बांग्लादेश इसमें सहयात्री है।

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