पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को दिए स्वदेशी अगेट बाउल्स, जाने क्या है इनकी खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की यात्रा पर आए रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को खास तोहफा भेट किया है। मोदी ने पुतिन को गुजरात के खंभात में बने स्वदेशी अगेट बाउल्स भेंट किए हैं। अगेट गुजरात के खंभात में बने एक बेहद ही अलग तरह के कीमती स्टोन हैं।

By Geetika SharmaEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 02:11 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 02:44 PM (IST)
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को दिए स्वदेशी अगेट बाउल्स, जाने क्या है इनकी खासियत
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को दिए स्वदेशी अगेट बाउल्स

नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की यात्रा पर आए रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक खास तोहफा भेट किया है। उन्होंने पुतिन को भारत में बने हुए बहुत ही खूबसूरत और अलग तरह के बाउल्स उपहार के रूप में भेंट किए हैं। गुजरात के गृह मंत्री ने हर्ष सांघवी ने ट्वीट करते हुए बताया कि मोदी ने पुतिन को गुजरात के खंभात में बने स्वदेशी अगेट बाउल्स भेंट किए हैं। इन बाउल्स की खासियत यह है कि इनमें कही भी कोई ज्वाइंट नहीं दिखाई देता है। अगेट गुजरात के खंभात में बने एक बेहद ही अलग तरह के कीमती स्टोन हैं। इनका इस्तेमाल गहनों में स्टोन के तौर पर भी किया जाता है।

दोनों देशों के बीच अहम संबंध

आपको बता दें कि ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन सोमवार को अपनी कुछ घंटों की यात्रा पर भारत पंहुचे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में सोमवार शाम रुसी राष्ट्रपति की अगवानी की। वह करीब 6 घंटों तक भारत में रुके। पीएम मोदी और रुसी राष्ट्रपति ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित 21वें भारत और रुस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच के संबंधों को अहम बताया है। उन्होंने कहा कि विश्व में कोरोना के पैदा हुई कठिनाइयों के बावजूद दोनों देशों के रिश्तों में कोई कमी नहीं आई है। दोनों देशों में गहरी दोस्ती है। पिछले कुछ दशकों से दुनिया में कई बदलाव हुए हैं, लेकिन भारत और रुस के रिश्तों में कोई बदलाव नहीं आया है।

अमेरिका क्यों है खुश

इसके साथ ही भारत और रुस ने 2021 से 2023 तक सैन्य तकनीकी सहयोग सहित 28 समझौतों पर साइन किए। इनमें कुछ एमओयू भी शामिल हैं। इसके बाद दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच टू प्लस टू बातचीत भी हुई। बता दें कि इससे पहले भारत ने अब तक सिर्फ तीन ही देशों के साथ टू प्लस टू बातचीत की थी। इनमें अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया शामिल हैं। जाहिर सी बात है कि रुस के साथ भारत की टू प्लस टू बातचीत से अमेरिका बिल्कुल खुश नहीं होगा। पहले ही साथ ही भारत और रुस कई सालों से डिफेंस पार्टनर्स भी हैं।

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