भारत और यूरोपीय संघ के संबंध पिछले छह महीने में 'उल्लेखनीय' : विदेश मंत्री जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों के पिछले छह महीने उल्लेखनीय रहे हैं जिसमें दोनों पक्षों के बीच व्यापार और निवेश समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 03:35 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:00 PM (IST)
भारत और यूरोपीय संघ के संबंध पिछले छह महीने में 'उल्लेखनीय' : विदेश मंत्री जयशंकर
एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों के पिछले छह महीने उल्लेखनीय रहे हैं...

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। हाल ही में भारत-यूरोपीय संघ के नेताओं की बैठक के संदर्भ में विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों के पिछले छह महीने उल्लेखनीय रहे हैं जिसमें दोनों पक्षों के बीच व्यापार और निवेश समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करने सहित विभिन्न महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। विदेश मंत्री ने भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों के भविष्य पर ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) में एक सत्र के दौरान यह बात कही।

पुर्तगाली विदेश मंत्री ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा की मौजूदगी में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ हमारे संबंधों में बीते छह महीनों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। भारत-यूरोपीय संघ ने दहलीज पार कर ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपीय संघ के सभी नेताओं के बीच एक बहुत महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन संपन्‍न हुआ। इसमें हमने कुछ अहम फैसले लिए। इन फैसलों में व्यापार और निवेश समझौते पर बातचीत फिर से शुरू करना शामिल है।

विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक विशुद्ध कूटनीतिक निर्णय नहीं था। ऐसे फैसले लेने के लिए बहुत काम हुआ। हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए जहां हमें ऐसा करने का आत्मविश्वास महसूस हुआ। विदेश मंत्री ने कहा कि यूरोपीय संघ ने भारत-प्रशांत दृष्टिकोण को बहुत गंभीरता से लिया है। आज भारत और यूरोपीय संघ संबंधों के एक नए स्तर की तलाश कर रहे हैं। एक बहुत अधिक बहुध्रुवीय दुनिया को दर्शाता है।

chat bot
आपका साथी