जयशंकर ने स्लोवेनिया के पीएम के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर की चर्चा, नोवा विश्वविद्यालय में भारत अध्ययन केंद्र का किया उद्घाटन

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जानेज जानसा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय गठजोड़ को मजबूत करने तथा यूरोप की चुनौतियों समेत प्रमुख वैश्विक मुद्दों के साथ अफगानिस्‍तान के मसले पर भी चर्चा की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 07:36 PM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 07:42 PM (IST)
जयशंकर ने स्लोवेनिया के पीएम के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर की चर्चा, नोवा विश्वविद्यालय में भारत अध्ययन केंद्र का किया उद्घाटन
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जानेज जानसा से मुलाकात की।

ल्युब्ल्याना (स्लोवेनिया), पीटीआइ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जानेज जानसा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय गठजोड़ को मजबूत करने तथा यूरोप की चुनौतियों समेत प्रमुख वैश्विक मुद्दों, हिंद-प्रशांत और अफगानिस्तान पर चर्चा की। बता दें कि भारत-यूरोपीय रिश्तों को प्रगाढ़ करने और द्विपक्षीय बातचीत के लिए जयशंकर स्लोवेनिया, क्रोएशिया और डेनमार्क की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।

जयशंकर ने ट्वीट किया, 'स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जानसा से मुलाकात की और हमने द्विपक्षीय गठजोड़ को मजबूती देने पर चर्चा की। यूरोप की चुनौतियों, हिंद-प्रशांत और अफगानिस्तान समेत प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर उन्होंने अपने विचार रखे।' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'नोवा विश्वविद्यालय में भारत अध्ययन केंद्र के उद्घाटन का अवसर पाकर प्रसन्नता हुई। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह केंद्र दोनों देशों के संबंधों को एक नए मुकाम पर ले जाएगा।'

विदेश मंत्री नोवा यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत भारतीय छात्रों से भी मिले। इससे पहले जयशंकर ने स्लोवेनिया की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष इगोर जोरकिक से मिले और संसदीय आदान-प्रदान बढ़ाने पर विमर्श किया। गुरुवार को उन्होंने स्लोवेनिया के अपने समकक्ष अंजे लोगर से मुलाकात की थी।

जयशंकर ने कहा कि यूरोप के देश इस बात से पूरी तरह वाकिफ हैं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में होने वाली किसी भी गतिविधि का असर उन पर सीधा पड़ता है। स्लोवेनिया वर्तमान में यूरोपीय यूनियन परिषद का अध्यक्ष है और यूरोपीय यूनियन देशों के विदेश मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक में भाग लेने के लिए जयशंकर को आमंत्रित किया गया है। 

उल्‍लेखनीय है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को ईरान के नए विदेश मंत्री आमिर अब्दोलाहियां से चर्चा की थी। इस दौरान आमिर अब्दोलाहियां ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से कहा है कि भारत को चाबहार पोर्ट को विकसित करने का काम तेज करना चाहिए। मालूम हो कि यह दोनों विदेश मंत्रियों की पहली वार्ता थी। रिपोर्टों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान को लेकर भी काफी लंबी चर्चा हुई।

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