Tokyo Olympics: वर्ल्ड नंबर वन मुक्केबाज अमित पंघाल हारकर ओलिंपिक से बाहर हुए
कोलंबियाई मुक्केबाज ने शुरू से ही अमित पंघाल पर दबाव बना दिया। इसके बाद मार्तिनेज की रफ्तार का वह सामना नहीं कर सके। दूसरे दौर में मार्तिनेज ने पंघाल पर जबर्दस्त प्रहार किया जिसका भारतीय मुक्केबाज जवाब नहीं दे सके।
टोक्यो, प्रेट्र। भारतीय मुक्केबाजी के लिए शनिवार का दिन निराशाजनक रहा जिसमें दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किग्रा) के बाद पूजा रानी (75 किग्रा) भी अपनी प्रतिद्वंद्वी से हारकर ओलिंपिक से बाहर हो गईं। भारत की पदक उम्मीद मुक्केबाज पंघाल प्री-क्वार्टर फाइनल में सुबह रियो ओलिंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1-4 से हार गए। शीर्ष वरीयता प्राप्त पंघाल का यह पहला ओलिंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाई मिली थी।
कोलंबियाई मुक्केबाज ने शुरू से ही अमित पंघाल पर दबाव बना दिया। इसके बाद मार्तिनेज की रफ्तार का वह सामना नहीं कर सके। दूसरे दौर में मार्तिनेज ने पंघाल पर जबर्दस्त प्रहार किया जिसका भारतीय मुक्केबाज जवाब नहीं दे सके। यह सिलसिला आखिरी तीन मिनट में भी जारी रहा और पंघाल सिर्फ बचाव करते रहे। एशियाई खेल 2018 में स्वर्ण पदक और विश्व चैंपियनशिप 2019 में रजत पदक जीतने वाले पंघाल ने एशियाई खेलों में तीन बार पदक जीता है। वहीं, मार्तिनेज 2016 रियो ओलिंपिक में रजत पदक विजेता थे।
शाम के सत्र में पूजा क्वार्टर फाइनल में चीन की लि कियान से 0-5 से हार गई। कियान पूर्व विश्व चैंपियन और रियो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता हैं। वह पूरे मुकाबले के दौरान रानी पर हावी रहीं। शनिवार को दोनों भारतीय मुक्केबाजों के प्रतिद्वंद्वियों ने उन पर दबदबा बनाया और पूरे मुकाबले के दौरान मुक्के जड़ते रहे। रानी ने शुरुआती राउंड में थोड़ा बेहतर किया था, लेकिन रिंग में कियान जवाबी हमलों में आक्रामक थीं और उन्होंने भारतीय मुक्केबाज की मुक्के जड़ने की कोशिशों को नाकाम कर दिया। चीन की शीर्ष स्तर की मुक्केबाज ने रानी के कमजोर डिफेंस का फायदा उठाया और अपना दूसरा ओलिंपिक पदक पक्का कर लिया।
गणपति और ठक्कर की जोड़ी का खराब प्रदर्शन
इनोशिमा, प्रेट्र। पुरुषों की स्किफ 49अर स्पर्धा में केसी गणपति और वरुण ठक्कर की भारतीय नौकायन जोड़ी यहां ओलिंपिक की तीन रेस में क्रमश: 16वें, नौवें और 14वें स्थान पर रही। भारतीय जोड़ी 154 अंकों के साथ 19 जोडि़यों में ओवरआल 17वें स्थान पर है। प्रतियोगिता में अब सिर्फ पदक स्पर्धा बाकी है। प्रत्येक स्पर्धा में रेस की एक सीरीज होती है। प्रत्येक रेस में स्थान के हिसाब से अंक दिए जाते हैं जिसमें पहले स्थान पर रहने वाले को एक अंक जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाले को दो अंक मिलते हैं। अन्य प्रतिस्पíधयों को भी इसी तरह स्थान के हिसाब से अंक मिलते हैं।