हमें धौनी की तरह कूल रहकर काम करना होगा : विष्णु सरवनन
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके नौका चालक नेत्रा कुमानन और विष्णु सरवनन ने गुरुवार को कहा कि वे बिना किसी उम्मीदों के आगामी टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं और इसे महज सीखने के अनुभव के तौर पर लेंगे।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके नौका चालक नेत्रा कुमानन और विष्णु सरवनन ने गुरुवार को कहा कि वे बिना किसी उम्मीदों के आगामी टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं और इसे महज सीखने के अनुभव के तौर पर लेंगे।
ऐतिहासिक रूप से पहली बार चार भारतीय नौका चालाक सरवनन (लेजर स्टैंडर्ड), नेत्रा (लेजर रेडियल) और विष्णु गणपति और वरुण ठक्कर (49अर स्किफ) इस महीने के शुरू में ओमान में हुए एशियाई क्वालीफायर से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे। यह भी पहली बार होगा कि भारत ओलंपिक में तीन नौकायन स्पर्धाओं में हिस्सा लेगा।
नेत्रा ने कहा, 'हम बिना ज्यादा उम्मीदों के खेलों में जाएंगे। हम देखेंगे कि विश्व स्तर में हम कहां होते हैं। यह हमारे लिए सीखने की अच्छी प्रक्रिया होगी।' वहीं, सरवनन ने कहा कि जब वे आगामी टोक्यो खेलों में हिस्सा लेंगे तो उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की तरह हमेशा कूल बने रहना होगा। उन्होंने कहा, 'अगर मैं शीर्ष 50 प्रतिशत में शामिल रहता हूं तो मुझे खुशी होगी। कोई दबाव नहीं होगा क्योंकि हम जानते हैं कि हम वहां तक नहीं पहुंचे हैं। हम युवा हैं और अभी सीखने की काफी ज्यादा गुंजाइश है। पूरे देश की काफी उम्मीदें हम पर लगी होंगी, लेकिन हमें धौनी की तरह कूल रहकर अपना काम करना होगा।'
भारतीय नौका चालकों के लिए ओलंपिक क्वालीफाइंगस्पर्धा से पहले ओमान में 15 दिन का ट्रेनिंग शिविर लगाया गया था जिसके लिए खेल मंत्रालय ने 1.29 करोड़ रुपये दिए थे। यह पूछने पर कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद कैसा महसूस हुआ तो नेत्रा ने कहा, 'हम उत्साहित हैं कि आखिरकार ओलंपिक का सपना साकार हो गया। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना बहुत बड़ा कदम है। इसने काफी ध्यान नौकायन खेल की ओर कर दिया है और मुझे उम्मीद है कि काफी युवा इस खेल में आएंगे। मैं भी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला नौका चालक बनकर गर्व महसूस कर रही हूं।'