Tokyo Olympics: लवलीना बोरगोहेन ने मुक्केबाजी में भारत को 9 साल बाद दिलाया पदक

टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन सेमीफाइनल मैच हारकर इतिहास रचने से चूक गईं। उनको महिलाओं के वेल्टरवेट (69किग्रा) सेमीफाइनल मैच में वर्ल्ड चैंपियन तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली ने 0-5 से हरा दिया। इस मुक्केबाज ने पहले ही सेमीफाइनल में पहुंचकर कांस्य पदक सुनिश्चित कर दिया था।

By TaniskEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:16 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:16 PM (IST)
Tokyo Olympics: लवलीना बोरगोहेन ने मुक्केबाजी में भारत को 9 साल बाद दिलाया पदक
भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन। ( फोटो-एपी )

टोक्यो, एजेंसियां। टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन सेमीफाइनल मैच हारकर इतिहास रचने से चूक गईं। उनको महिलाओं के वेल्टरवेट (69किग्रा) सेमीफाइनल मैच में वर्ल्ड चैंपियन तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली ने 0-5 से हरा दिया। असम की 23 वर्षीय मुक्केबाज ने पहले ही सेमीफाइनल में पहुंचकर कांस्य पदक सुनिश्चित कर दिया था। उन्होंने ओलिंपिक में नौ साल बाद भारत को मुक्केबाजी में पदक दिलाया है। इसके अलावा वह मुक्केबाजी में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी हैं। इससे पहले यह करनामा विजेंद्र सिंह (2008) और एमसी मेरी कोम (2012) कर चुके हैं।

बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ मुकाबले में लवलीना को तीनों ही राउंड में 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय मुक्केबाज मुकाबला हार तो गईं, लेकिन उन्होंने वर्ल्ड चैंपियन के खिलाफ को काफी कड़ी टक्कर दी। उन्होंने सुरमेनेली को कई अच्छे पंच मारे, पर मैच जीतने से चूक गईं।

टोक्यो ओलिंपिक में बॉक्सिंग में भारत की चुनौती समाप्त

लवलीना अगर फाइनल में पहुंचती तो इतिहास रच देती। आजतक कोई भी भारतीय मुक्केबाज ओलिंपिक फाइनल में नहीं पहुंचा है। इसके साथ टोक्यो ओलिंपिक में बॉक्सिंग में भारत की चुनौती समाप्त हो गई। मुक्केबाजी में सिर्फ लवलीना ही देश को पदक दिला पाईं। टोक्यो खेलों में यह भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने सिल्वर और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कांस्य पदक दिलाया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लवलीना को कांस्य जीतने पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'अच्छा मुकाबला लवलीना बोरगोहाई। मुक्केबाजी रिंग में आपकी कामयाबी से कई भारतीयों को प्रेरणा मिली है। आपकी दृढ़ता और समर्पण प्रशंसनीय है। कांस्य जीतने पर उन्हें बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।'

पहले ओलिंपिक में लवलीना ने शानदार प्रदर्शन किया

पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा ले रहीं लवलीना ने शानदार प्रदर्शन किया। 27 जुलाई को अपने पहले मुकाबले में लवलीना ने जर्मनी की अनुभवी नेदिन एपेट्ज को 3-2 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उन्होंने चीनी ताइपे की पूर्व विश्व चैंपियन चेन निएन-चिन को 4-1 से हराकर वेल्टरवेट वर्ग के सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी और पदक सुनिश्चित कर दिया था। इसके बाद आज सेमीफाइनल में उन्हें तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली ने 0-5 से हरा दिया। 

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