Tokyo Olympics: सात टांके लगने के बाद भी रिंग में उतरे बॉक्सर सतीश कुमार ,वर्ल्ड चैंपियन से हारकर बाहर

चोटिल भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (+91) वर्ल्ड चैंपियन बखोदिर जालोलोव के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए। सतीश को प्री क्वार्टर फाइनल मैच में चोट लगी थी। इसके चलते वे माथे और ठुड्डी पर सात टांके लगवाकर रिंग में उतरे थे।

By TaniskEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 01:28 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 01:28 PM (IST)
Tokyo Olympics: सात टांके लगने के बाद भी रिंग में उतरे बॉक्सर सतीश कुमार ,वर्ल्ड चैंपियन से हारकर बाहर
भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार ओलिंपिक से बाहर।

टोक्यो, एजेंसियां। चोटिल भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (+91) वर्ल्ड चैंपियन बखोदिर जालोलोव के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए। सतीश को प्री क्वार्टर फाइनल मैच में चोट लगी थी। इसके चलते वे माथे और ठुड्डी पर सात टांके लगवाकर रिंग में उतरे थे और 0-5 से हार गए। उन्हें जमैका के रिकार्डो ब्राउन के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल में दो कट लगे थे। दो बार के एशियाई खेलों के कांस्य-विजेता और कई बार के नेशनल चैंपियन सतीश ने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रच दिया था। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के पहले सुपर हैवीवेट बॉक्सर थे।

32 वर्षीय भारतीय मुक्केबाज को सुबह क्वार्टर फाइनल में लड़ने के लिए चिकित्सा मंजूरी (medical clearance) दी गई थी। मैच में बखोदिर जलोलोव का तीनों राउंड में दबदबा देखने को मिला और उन्होंने इस मुकाबले को 5-0 के फैसले से अपने नाम कर लिया। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के पूर्व कबड्डी खिलाड़ी ने अपने कट खुलने के जोखिम के बावजूद हमले करने में संकोच नहीं किया। सतीश के माथे का कट तीसरे राउंड के दौरान खुल गया,लेकिन इसके बाद भी वे लड़ते रहे। फुटबॉलर से बॉक्सर बने 27 वर्षीय जलोलोव ने अपने पहले ओलंपिक खेलों में पदक हासिल करने के बाद सतीश की बहादुरी की सराहना की।

इसके साथ ही ओलिंपिक खेलों में पुरुष मुक्केबाजी में भारत का अभियान समाप्त हो गया। लवलीना बोर्गोहेन (69 किग्रा) सेमीफाइनल में जगह बनाई है। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक में मुक्केबाजी में भारत का पहला और एकमात्र पदक सुनिश्चित किया है। भारत को शनिवार को मुक्केबाजी में बड़ी निराशा हाथ लगी। दुनिया के नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल (52 किग्रा) के बाद पूजा रानी (75 किग्रा) भी अपनी प्रतिद्वंद्वी से हारकर ओलिंपिक से बाहर हो गईं। भारत की पदक उम्मीद मुक्केबाज पंघाल प्री-क्वार्टर फाइनल में सुबह रियो ओलिंपिक के रजत पदक विजेता कोलंबिया के युबेरजेन मार्तिनेज से 1-4 से हार गए। पंघाल का यह पहला ओलिंपिक था और उन्हें पहले दौर में बाई मिली थी। इससे पहले विकास कृष्ण (69 किग्रा), मनीष कौशिक (63 किग्रा) और आशीष चौधरी (75 किग्रा) पहले दौर में ही हार के बाद बाहर हो गए थे। महिला वर्ग में छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरी कोम (51 किग्रा) और विश्व कांस्य विजेता सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) भी बाहर हो गई हैं।

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