Tokyo Olympics: एएफआइ खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ करेगा कार्रवाई
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआइ) ने लंबी कूद के खिलाड़ी एम श्रीशंकर और 20 किमी पैदल चाल के एथलीट केटी इरफान की फार्म में गिरावट के बावजूद उन्हें ओलिंपिक दल से बाहर नहीं करने के फैसला किया लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले खिलाडि़यों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआइ) ने लंबी कूद के खिलाड़ी एम श्रीशंकर और 20 किमी पैदल चाल के एथलीट केटी इरफान की फार्म में गिरावट के बावजूद उन्हें ओलिंपिक दल से बाहर नहीं करने के फैसला किया, लेकिन इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले खिलाडि़यों के खिलाफ शुक्रवार को कार्रवाई की चेतावनी दी। एएफआइ की चयन समिति ने एक आपात बैठक में दो एथलीटों को 26 सदस्यीय टीम से बाहर नहीं करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया।
बेंगलुरु में हाल ही में आयोजित ट्रायल में खराब प्रदर्शन के बाद कुछ सदस्यों का मत था कि इन दोनों खिलाडि़यों को टीम से बाहर किया जाए, लेकिन समिति ने कहा कि महासंघ ने ट्रायल का आयोजन फिटनेस का आकलन करने के लिए किया था, फार्म (लय) के लिए नहीं। एएफआइ के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने कहा कि दोनों एथलीटों के कोचों से ट्रायल में उनकी खराब फार्म के बारे में बात की गई थी। उन्होंने कहा, 'कोचों ने वादा किया है कि उनके संबंधित एथलीट टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। श्रीशंकर के पिता और कोच ने उनके अच्छे प्रदर्शन का आश्वासन दिया है।'
उन्होंने कहा, 'अगर एथलीट ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। यह संदेश उन सभी (एथलीटों) के लिए है जो टोक्यो खेलों में भाग ले रहे हैं।' बुधवार को बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में आयोजित एक फिटनेस ट्रायल के दौरान श्रीशंकर की सर्वश्रेष्ठ छलांग महज 7.48 मीटर थी। उन्होंने मार्च में फेडरेशन कप के दौरान 8.26 मीटर की छलांग लगाकर टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
श्रीशंकर ने राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप (25-29 जून) राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआइएस) पटियाला में मैदान पर वार्मअप (तैयारी) करने के बाद प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था। कोच के तौर पर श्रीशंकर के साथ टोक्यो जा रहे उनके पिता एस मुरली ने कहा कि वह ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। इरफान का फिटनेस ट्रायल नौ जुलाई को हुआ था। वह मार्च 2019 में जापान के नोमी में एशियाई पैदल चाल चैंपियनशिप के दौरान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के पहले ट्रैक और फील्ड एथलीट थे। उनकी आखिरी प्रतियोगिता मार्च में रांची में राष्ट्रीय पैदल चाल थी, जहां उन्होंने रेस पूरी नहीं की थी। वह मई में कोविड-19 के चपेट में आ गए थे, लेकिन बीमारी से उबर गए हैं।