Tokyo Olympics 2020: बोल्ट के बाद इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स बने फर्राटा किंग

इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले वर्तमान एथलीट बने। उन्होंने ओलिंपिक की 100 मीटर फर्राटा दौड़ को महज 9.80 सेकेंड में पूरी करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही वह फर्राटा दौड़ को जीतने वाले इटली के पहले खिलाड़ी भी बने।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:06 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:06 PM (IST)
Tokyo Olympics 2020: बोल्ट के बाद इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स बने फर्राटा किंग
इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले वर्तमान एथलीट बने (एपी फोटो)

टोक्यो, एपी। टोक्यो ओलिंपिक में रविवार को इटली के लेमंट मर्सेल जैकब्स दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले वर्तमान एथलीट बने। उन्होंने ओलिंपिक की 100 मीटर फर्राटा दौड़ को महज 9.80 सेकेंड में पूरी करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही वह फर्राटा दौड़ को जीतने वाले इटली के पहले खिलाड़ी भी बने। रजत पदक 9.79 सेकेंड के साथ अमेरिका के फ्रेड केरले ने जीता, जो 2004 में जस्टिन गैटलिन के बाद ओलिंपिक पदक जीतने वाले पहले अमेरिकन धावक भी बने। कांस्य पदक 9.89 सेकेंड के साथ कनाडा के आंद्रे दि ग्रासे ने अपने नाम किया। ग्रेट ब्रिटेन के जर्नेल ह्यूजेस को गलत (फाउल) शुरुआत के लिए दौड़ से बाहर कर दिया गया था। 2008 बीजिंग ओलिंपिक से लेकर 2016 रियो ओलिंपिक तक इस स्पर्धा में जमैका के उसेन बोल्ट का कब्जा था। जिसके बाद अब नए ट्रैक किंग इटली के जैकब्स बने हैं।

नंबर गेम-

-9.80 सेकेंड में 100 मीटर फर्राटा दौड़ पूरी करके इटली के जैकब्स ने बनाया नया यूरोपियन रिकार्ड, इससे पहले सेमीफाइनल में जैकब्स ने ही 9.84 सेकेंड का नया यूरोपियन रिकार्ड बनाया था।

-9.58 सेकेंड का विश्व रिकार्ड उसेन बोल्ट के नाम दर्ज है जो उन्होंने 2009 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान बनाया था।

-9.63 सेकेंड का ओलिंपिक रिकार्ड भी उसेन बोल्ट के नाम दर्ज है, जो उन्होंने 2012 लंदन ओलिंपिक में बनाया था।

जोकोविक को मात देने वाले ज्वेरेव ने जीता टेनिस का स्वर्ण पदक

टोक्यो, एपी। जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव ने नोवाक जोकोविक पर शानदार वापसी से जीत दर्ज करने वाली अपनी लय को बरकरार रखते हुए ओलिंपिक खेलों की टेनिस प्रतियोगिता के पुरुष सिंगल्स का खिताब जीता। जर्मनी के पांचवीं वरीयता ज्वेरेव ने फाइनल में रूस ओलिंपिक समिति (आरओसी) के कारेन खचानोव को 6-3, 6-1 से हराया। यह उनके करियर का सबसे बड़ा खिताब है।

छह फुट छह इंच के ज्वेरेव ने अपनी दमदार सíवस और विश्वास से भरे बैकहैंड से मैच पर नियंत्रण बनाए रखा। उन्होंने पूरे मैच के दौरान 25वी रैंकिंग के खचानोव को कोई मौका नहीं दिया। ज्वेरेव का ग्रैंडस्लैम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पिछले साल यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचना था जहां वह दो सेट की बढ़त के बावजूद डोमिनिक थिएम से हार गए थे। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष थामस बाक भी हमवतन जर्मन खिलाड़ी के इस मैच को देखने के लिए पहुंचे थे।

डोल्गोपयात ने कलात्मक जिम्नास्टिक में इजरायल के लिए पहला ओलिंपिक पदक जीता

टोक्यो, एपी। आर्तेम डोल्गोपयात ने कलात्मक जिम्नास्टिक में इजरायल के लिए पहला ओलिंपिक पदक जीता। डोल्गोपयात ने स्पेन के प्रतिद्वंद्वी रेडर्ली जपाटा को टाईब्रेक में पछाड़कर पुरुष फ्लोर एक्सरसाइज में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

फाइनल्स में डोल्गोपयात और जपाटा दोनों को 14.933 अंक मिले थे। दोनों के स्कोर समान थे लेकिन डोल्गोपयात को स्वर्ण पदक दिया गया क्योंकि उन्हें जो प्रयास किया वह जपाटा की तुलना में थोड़ा अधिक मुश्किल था।

चीन के शियाओ रोटेंग को कांस्य पदक मिला जो टोक्यो खेलों में उनका तीसरा पदक है। इससे पहले रोटेंग पुरुष आलराउंड में रजत और टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीत चुके हैं। ओलिंपिक खेलों में यह इजरायल का सिर्फ दूसरा स्वर्ण पदक है। गेल फ्रेडमैन ने 2004 एथेंस खेलों की पुरुष सेलबोर्ड स्पर्धा में इजरायल के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था।

तैराकी में ड्रेसेल और मैककान का रहा जलवा

टोक्यो, एपी : अमेरिकी तैराक कैलेब ड्रेसेल ने रविवार को ओलिंपिक तैराकी स्पर्धाओं में अपना चौथा और पांचवां स्वर्ण पदक जीता। वहीं आस्ट्रेलिया की महिला तैराक एम्मा मैककान ने भी इस ओलिंपिक का अपना चौथा स्वर्ण सहित सातवां पदक जीतकर नया कीíतमान स्थापित किया। इस तरह ओलिंपिक में समाप्त हुई तैराकी की स्पर्धाओं में सबसे ज्यादा 11 स्वर्ण पदक अमेरिका ने जबकि नौ स्वर्ण पदक आस्ट्रेलिया ने हासिल किए।

ड्रेसेल ने पुरुष 50 मीटर फ्रीस्टाइल में परचम लहराने के बाद तैराकी की आखिरी स्पर्धा चार गुणा 100 मेडले रिले में टीम को चैंपियन बनने में अहम भूमिका निभाई। वहीं बाबी फिंके ने 800 मीटर फ्रीस्टाइल में अपना दबदबा बनाए रखने के बाद 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में भी स्वर्ण पदक जीता। वह इस स्पर्धा (1500 मीटर फ्रीस्टाइल) में 37 साल के बाद पदक जीतने वाले पहले अमेरिकी खिलाड़ी हैं।

नंबर गेम--

-7 पदक एक ही ओलिंपिक में हासिल करने वाली पहली महिला तैराक बनीं मैककान, इसमें 4 स्वर्ण पदक शामिल हैं। 

-5 स्वर्ण पदक अमेरिका के ड्रेसेल ने अपने नाम किए। 

विशिष्ट श्रेणी में शामिल हुए ड्रेसेल

एक ओलिंपिक में पांच स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही ड्रेसेल तैराकों की विशिष्ठ श्रेणी में शामिल हो गए हैं। इससे पहले माइकल फेलप्स ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में आठ स्वर्ण, मार्क स्पिट्ज ने 1972 ओलिंपिक में सात स्वर्ण, ईस्ट जर्मनी के क्रिस्टिन ओटो ने 1988 में छह स्वर्ण और मैट बियोन्डी ने 1988 ओलिंपिक में पांच स्वर्ण पदक जीते थे।

रैफरी के फैसले पर विरोध जताते हुए रिंग में बैठा फ्रांसिसी मुक्केबाज

टोक्यो, एपी। फ्रांस के सुपर हेवीवेट मुक्केबाज मुराद अलीव को रविवार को ओलिंपिक के क्वार्टरफाइनल में जानबूझकर हेड बट (सिर से प्रहार) करने के लिए डिस्क्वालीफाई (अयोग्य) करार किया गया, जिसके बाद वह विरोध स्वरूप रिंग में बैठ गए। मुराद अली को दूसरे राउंड के खत्म होने में चार सेकेंड पहले रैफरी एंडी मुस्टाचियो ने डिस्क्वालीफाई कर दिया और इसके बाद यह मुक्केबाज गुस्से में आक्रामक हो गया। रैफरी को पूरा यकीन था कि अलीव ने जानबूझकर अपने सिर से ब्रिटिश प्रतिद्वंद्वी फ्रेजर क्लार्क पर प्रहार किया। क्लार्क के इससे दोनों आंखों के करीब गहरे कट लग गए।

इस मुकाबले का फैसला सुनाए जाने के बाद अलीव रिंग की रस्सियों के बाहर सीढि़यों के करीब बैठे गए। वहां से उठे नहीं, जिससे फ्रांस टीम के अधिकारी उनसे बात करने आए। इस तरह आधे घंटे से ज्यादा समय के बाद मुक्केबाजी अधिकारी आए और उन्होंने अलीव और फ्रांस की टीम से बात की। अलीव फिर वहां से चले गए और करीब 15 मिनट बाद वह फिर एरीना लौटे और उन्होंने वहां बैठकर उसी तरह विरोध शुरू किया और चिल्लाकर बोल रहे थे, हर कोई जानता है मैं जीत गया था।

प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज क्लार्क ने भी उन्हें शांत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। अलीव इस करीबी मुकाबले का पहला राउंड 3-2 से जीत गए थे। वहीं पदक जीतने वाले क्लार्क ने कहा कि यह फैसला निष्पक्ष था। क्लार्क ने कहा, 'मुझे लगा कि उसने दो बार सिर मारा था।'

बेंकिक ने फेडरर के नाम किया ओलिंपिक स्वर्ण पदक

टोक्यो, एपी। बेलिंडा बेंकिक ने ओलिंपिक में स्विटरजलैंड को महिला सिंगल्स टेनिस का स्वर्ण पदक दिलाने के बाद इसे अपने देश के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर के नाम किया। फाइनल मुकाबले से पहले फेडरर के भेजे गए संदेश ने बेंकिक को जीत के लिए प्रेरित किया। 20 ग्रैंडस्लैम खिताब के विजेता फेडरर ओलिंपिक में खुद कभी सिंगल्स स्वर्ण पदक नहीं जीत पाए। फेडरर ही नहीं बेंकिक की आदर्श मार्टिना हिंगस भी ओलिंपिक में कभी स्वर्ण पदक जीतने में नाकाम रही है।

ओलिंपिक फाइनल में 12वीं वरीयता प्राप्त बेंकिक ने चेक गणराज्य की मर्केटा वोंड्राउसोवा को 7-5, 2- 6, 6-3 हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। बेंकिक ने कहा, 'मुझे लगता है कि मैंने इसे उनके ( रोजर फेडरर और माíटना हिंगिस) लिए जीता है। उन्होंने करियर में बहुत कुछ हासिल किया है। मुझे यकीन नहीं है कि मैं कभी वैसा कर पाऊंगी। लेकिन हो सकता है कि मैं उन्हें यह ओलिंपिक पदक देकर उनकी मदद कर सकूं। यह मार्टिना (हिंगिस) और रोजर (फेडरर) दोनों के लिए है।'

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