Tokyo Olympic: पदकों का सूखा खत्म करने के इरादे से उतरेंगी दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी

दीपिका कुमारी ओलिंपिक में पदकों का सूखा खत्म करे को तैयार है लंदन और रियो में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टोक्यो में दीपिका चूकना नहीं चाहती। दीपिका कुमारी ने लंदन 2012 में ओलंपिक में अपना डेब्यू किया था। जिससे लोगों को दीपिका से काफी उम्मीदें थीं।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 10:30 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 10:30 AM (IST)
Tokyo Olympic: पदकों का सूखा खत्म करने के इरादे से उतरेंगी दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी
भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी- फोटो फेसबुक पेज

संजीव रंजन, झारखंड। विश्व की नंबर एक महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी ओलिंपिक में पदकों का सूखा खत्म करे को तैयार है लंदन और रियो में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टोक्यो में दीपिका चूकना नहीं चाहती। दीपिका कुमारी ने लंदन 2012 में ओलंपिक में अपना डेब्यू किया था। जिससे लोगों को दीपिका से काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, भारतीय तीरंदाज अपने शीर्ष पायदान को बरकरार रखने में असफल रहीं।

दीपिका ने रैंकिंग राउंड में अपनी शानदार शुरुआत की और अपने 662 प्वाइंट के साथ आठवें स्थान पर रहीं। हालांकि दीपिका आगे अपने फॉर्म को बरकरार नहीं रख सकीं। जिसके बाद उन्हें पहले एलिमिनेशन राउंड में ग्रेट ब्रिटेन की 57वीं वरीयता प्राप्त एमी ओलिवर (Amy Oliver) से हार का सामना करना पड़ा।

इस दौरान भारतीय तीरंदाज ने सिर्फ एक सेट जीता और मैच 6-2 से हार गई, पूरे मैच में दीपिका एक भी परफेक्ट 10 का स्कोर बनाने में नाकाम रही। इसके साथ ही इंडिविज़ुअल रिकर्व इवेंट में वह 33वें स्थान पर रहीं।

वहीं, भारतीय महिला टीम, जिसमें बोम्बायला देवी (Bombayla Devi), चेक्रोवोलु स्वूरो (Chekrovolu Swuro) और दीपिका कुमारी शामिल थीं। यह महिला टीम शुरुआती राउंड में बाहर हो गईं। यह तिकड़ी डेनमार्क से एक अंक (211-210) से हार गई, और इस तरह लंदन 2012 में दीपिका कुमारी का सफर समाप्त हो गया।

दीपिका ने रियो 2016 में अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा लिया। जहां इस इवेंट से तीन महीने पहले तीरंदाज ने क्वालीफिकेशन राउंड के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। अपने दूसरे ओलिंपिक में रांची की इस लड़की ने रियो में जोरदार तरीके से रैंकिंग राउंड की शुरुआत की, और 18 तीरों के बाद शीर्ष 10 में शामिल हो गई। हालांकि, वह सेकेंड हाफ में फिसलकर 20वीं रैंक की तीरंदाज के रूप में एलिमिनेशन में पहुंच गई।

जहां दीपिका को एलिमिनेशन रॉउंड ऑफ 64 के मुकाबले में जॉर्जियाई क्रिस्टीन एसेबुआ (Kristine Esebua) से एक कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, फिर अगले राउंड में इटली की ग्वैंडलीना सरटोरी (Guendalina Sartori) को हराकर शीर्ष 16 में जगह बनाने में सफल हुईं।

हालांकि, चीनी ताइपे की तान या-तिंग (Tan Ya-ting) ने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में उन्हें 6-0 से हरा दिया, जिससे उनके इंडिविज़ुअल मुकाबले का सफर खत्म हो गया। वहीं, टीम इवेंट में दीपिका कुमारी अनुभवी बोम्बायला देवी और लक्ष्मीरानी मांझी (Laxmirani Majhi) के साथ शामिल हुईं। जहां भारत की इस तिकड़ी ने राउंड ऑफ 16 मुकाबले में कोलंबिया को 5-3 से हराया, लेकिन शूट-ऑफ में रूस से 4-5 से हार का सामना करना पड़ा।

दीपिका ने साल 2019 में बैंकॉक में हुए एशियन कॉन्टिनेंटल क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट (Asian Continental Qualification Tournament) में स्वर्ण पदक हासिल करके टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। ग्वाटेमाला में 2021 तीरंदाजी विश्व कप के स्टेज 1 में इंडिविज़ुअल और वूमेंस टीम इवेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और एक अविश्वसनीय जीत अपने नाम की।

वहीं, दीपिका ने जून में पेरिस विश्व कप में तीन स्वर्ण पदक जीते थे, जो विश्व रैंकिंग के शीर्ष पर पहुंचने के लिए टोक्यो ओलंपिक से पहले आखिरी टूर्नामेंट था

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