एशियन कुश्ती चैंपियनशिप: सुनील कुमार ने भारत के लिए पदक किया पक्का, फाइनल में बनाई जगह
सुनील कुमार ने एशियन कुश्ती चैंपियनशिप के ग्रीकोरोमन के 87 किग्रा भार वर्ग में शानदार वापसी करते हुए फाइनल में जगह पक्की की।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय रेसलर सुनील कुमार ने एशियन कुश्ती चैंपियनशिप के ग्रीकोरोमन के 87 किग्रा भार वर्ग में शानदार वापसी करते हुए फाइनल में जगह पक्की की। सुनील कजाखिस्तान के अजामत कुस्तुबायेव के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में 1-8 से पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने लगातार 11 अंक बनाकर कर शानदार वापसी की और मुकाबले को 12-8 से अपने नाम किया। वह 2019 में भी फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन तब उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। रोम रैंकिंग सीरीज के रजत पदक विजेता सुनील फाइनल में किर्गिस्तान के सालिदिनोव के खिलाफ मैट पर उतरेंगे।
इससे पहले भारत के अर्जुन हालाकुर्कि (55 किग्रा) के सेमीफाइनल में बेहतर स्थिति में होने के बाद मैच गंवा बैठे। वह ईरान के पौया मुहम्मद नासेरपौर से 7-8 से हार गए। कांस्य पदक के लिए अर्जुन का सामना कोरिया के डोगह्येओक वोन से होगा। मेहर सिंह को भी अंतिम चार के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें कोरिया के मिंसेओक किम ने 9-1 से हराया। दिन के पहले क्वालीफिकेशन बाउट में साजन के हारने से भारतीय उम्मीदों को झटका लगा। साजन को पदक का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन किर्गिस्तान के अंडर-23 एशियाई चैंपियन रेनत इलियाजुलु ने उन्हें 9-6 से हराया। सचिन राणा (63 किग्रा) को एलमरत तस्मुरादोव एकतरफा मुकाबले में 8-0 से हराया। रेपेचेज दौर में भी उन्हें निराशा मिली जहां कजाखिस्तान का यर्नूर फिदाखमेटोव को चुनौती नहीं दे सके और 6-3 से हार गए।
कोरोना के डर से मास्क में दिखे पहलवान
कोरोना वायरस के संक्रमण का असर भारत में चल रही एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भी दिख रहा है जहां दूसरे देशों के पहलवानों और अधिकारियों ने मास्क लगा रखे थे लेकिन उनका कहना था कि वे अहतियात के तौर पर मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने के कारण भारत सरकार ने चीन के खिलाडि़यों को वीजा जारी नहीं किया जिससे वहां के पहलवान इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले रहे हैं। कोरियाई टीम के चिकित्सा सदस्य सीयेओन ली ने कहा, 'हमारे दल में 28 खिलाड़ी है और उसमें से कुछ खिलाडि़यों और पहलवानों ने मास्क लगाए हैं। हमें पता है कि यहां वह वायरस नहीं है और यह जगह सुरक्षित है लेकिन फिर भी जोखिम क्यों उठाना।'
कुश्ती की विश्व संस्था (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के डिजिटल प्रोजेक्ट मैनेजर को भी यहां मास्क में देखा गया। उन्होंने कहा, 'यह वायरस एशियाई देशों में फैल रहा है इसलिए मेरा परिवार चिंतित है। हमें पता है कि यहां वायरस नहीं है क्योंकि चीन के खिलाडि़यों को वीजा नहीं दिया गया है।' कुछ खिलाडि़यों के लिए दिल्ली का वायु प्रदूषण चिंता की बात है। जापान टीम के एक सदस्य ने कहा, 'दिल्ली में हवा की गुणवक्ता अब भी सही नहीं है और वायरस को लेकर भी चिंता है क्योंकि हमें पता है कि कुछ एशियाई देश इसकी चपेट में है।' भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) ने कहा कि खिलाड़ी और अधिकारी मास्क का इस्तेमाल दिल्ली में प्रदूषण से बचने के लिए कर रहे हैं। कोरिया, थाइलैंड और जापान के कुछ पहलवान मास्क पहने हुए हैं जो काफी आम बात है। वे दिल्ली के प्रदूषण स्तर को लेकर चिंतित है।