इस साल पद्म अवार्ड पाने वालों में 7 खिलाड़ी शामिल, इन सभी को मिलेगा सम्मान

गृह मंत्रालय ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। मौमा के अलावा पी अनिता माधवन नांबियार उत्तर प्रदेश की सुधा सिंह हरियाणा के विरेंद्र सिंह और केवी वेंकटेश को पदमश्री से नवाजा जाएगा। विरेंद्र को गूंगा पहलवान के नाम से जाना जाता है।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 10:50 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 10:50 PM (IST)
इस साल पद्म अवार्ड पाने वालों में 7 खिलाड़ी शामिल, इन सभी को मिलेगा सम्मान
अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी मौमा दास - फाइल फोटो

नई दिल्ली, पीटीआइ। इस साल पद्म अवार्ड से सम्मानित होने वाले लोगों में 6 खिलाड़ियों के नाम शामिल है।अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी मौमा दास के साथ छह खेल हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से विभिन्न पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई।

गृह मंत्रालय ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। मौमा के अलावा पी अनिता, माधवन नांबियार, उत्तर प्रदेश की सुधा सिंह, हरियाणा के विरेंद्र सिंह और केवी वेंकटेश को पदमश्री से नवाजा जाएगा। विरेंद्र को गूंगा पहलवान के नाम से जाना जाता है। इन हस्तियों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सम्मानित करेंगे।

Padma Awards 2021 announced

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— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) January 25, 2021

इस साल के तीनों प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार पाने वालों के नाम सामने आ गए हैं। पद्म भूषण, पद्म विभूषण और पद्मश्री के तीन श्रेणियों में सम्मान पाने वाले लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों से कुल 119 लोगों का चुनाव किया गया है। अपने क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सभी को इस सम्मान के नवाजे जाने का फैसला लिया गया है। 

गांव ससरौली निवासी पैरा एथलीट पहलवान वीरेंद्र सिंह (गूंगा पहलवान) को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया है। वीरेंद्र सिंह को पिछले दिनों अर्जुन अवार्ड नहीं मिला था। इसको लेकर पहलवान द्वारा नाराजगी जाहिर करने पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू से उसकी मुलाकात कराई थी।

वीरेंद्र ने बचपन में ही अपनी सुनने की क्षमता खो दी और इसी वजह से वे कभी बोल भी नहीं पाए। उनके पिता अजीत सिंह, सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) में जवान थे और वर्तमान में दिल्ली में एक अखाड़ा चलाते हैं। अजीत सिंह अपनी नौकरी के चलते दिल्ली में रहते थे और उनका बाकी परिवार गांव में। वीरेंद्र ने देश विदेश में कई प्रतियोगिता में पदक जीतकर भारत का सम्मान बढ़ाया है।

 
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