टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में जुटीं हैं पीवी सिंधू, कहा- कोच पर है विश्वास

महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कहा हम सोच रहे थे कि ओलंपिक से पहले सिंगापुर में आखिरी प्रतियोगिता होगी लेकिन अब हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है इसलिए मैं अलग-अलग खिलाडियों के खिलाफ मुकाबले खेल रही हूं।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 06:12 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:12 PM (IST)
टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में जुटीं हैं पीवी सिंधू, कहा- कोच पर है विश्वास
भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (एपी फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र। ओलंपिक से पहले टूर्नामेंटों में हिस्सा नहीं ले पाना भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की बड़ी चिंता है लेकिन पीवी सिंधू के साथ ऐसा नहीं है जिन्हें कोरिया के अपने कोच पार्क तेइ सेंग पर विश्वास है कि वह उनके लिए ट्रेनिंग में ही मैच जैसी स्थिति तैयार करेंगे। कोविड-19 महामारी के कारण बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) को भारत, मलेशिया और सिंगापुर में बाकी बचे तीन ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट रद करने के लिए बाध्य होना पड़ा। जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक से पहले ये तीनों अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं थी।

यह पूछने पर कि क्या प्रतियोगिताओं के रद होने से तैयारियों पर असर पड़ेगा, सिंधू ने कहा, 'हम सोच रहे थे कि ओलंपिक से पहले सिंगापुर में आखिरी प्रतियोगिता होगी लेकिन अब हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है इसलिए मैं अलग-अलग खिलाडियों के खिलाफ मुकाबले खेल रही हूं और मेरे कोच पार्क ट्रेनिंग के दौरान मेरे लिए मैच जैसी स्थिति तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। अलग-अलग खिलाडि़यों के खेलने की शैली अलग होती है जैसे ताइ जू यिंग या रतचानोक इंतानोन के खेलने की शैली अलग है लेकिन मेरे मार्गदर्शन के लिए पार्क मौजूद हैं जिससे कि मैं तैयारी कर सकूं। बेशक हम एक-दूसरे के खिलाफ कुछ महीनों के बाद खेलेंगे और हमारे खेल में कुछ नया होगा इसलिए मुझे इसके लिए तैयारी करनी होगी।'

सिंधू ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके अन्य भारतीय खिलाडि़यों के साथ ट्रेनिंग नहीं कर रही हैं। वह तेलंगाना के गचीबाउली इंडोर स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रही हैं और अपनी फिटनेस ट्रेनिंग सुचित्रा अकादमी में करती हैं। 25 वर्षीय सिंधू ने टूर्नामेंटों को रद करने के बीडब्ल्यूएफ के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह दुखद है कि प्रतियोगिताएं नहीं खेली जा सकीं लेकिन खेल से अधिक महत्वपूर्ण जीवन है। सिंधू ने कहा, 'यह दुखद है कि पूरी दुनिया थम सी गई है लेकिन खिलाडि़यों से पहले हम इंसान हैं और जीवन सबसे महत्वपूर्ण है। अगर टूर्नामेंट होते हैं तो हमें नहीं पता कि हम सुरक्षित होंगे या नहीं, हम सोच सकते हैं कि हम सुरक्षित होंगे लेकिन हम सुनिश्चित नहीं हो सकते क्योंकि हमें नहीं पता कि वायरस कहां से आ जाएगा।'

गत विश्व चैंपियन सिंधू ने कहा कि ओलंपिक जैसी शीर्ष प्रतियोगिता में आयोजकों और खिलाडि़यों के लिए कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना मुश्किल काम होगा और सभी को इस चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, 'सभी देशों के कोविड-19 से जुड़े अपने नियम हैं। थाइलैंड में प्रत्येक दूसरे या तीसरे दिन हमारा परीक्षण होता था, ऑल इंग्लैंड में साथ यात्रा करने वालों में एक मामला आने के बाद पूरे दल को टूर्नामेंट से हटना पड़ा लेकिन हमें ऐसी चीजों से निपटना होगा।'

chat bot
आपका साथी