Rio Olympics 2016 में बेटियों ने बढ़ाया भारत का मान, अब टोक्यो ओलिंपिक पर है निशाना

Olympic Games 2016 का आयोजन रियो डि जेनेरियो में हुआ था। इन ओलिंपिक खेलों में भारत को सिर्फ और सिर्फ दो पदक मिले थे। इनमें भी गोल्ड मेडल एक भी नहीं था। दोनों पदकों को भारतीय दल की महिला खिलाड़ियों ने जीता था।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 09:11 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 09:11 AM (IST)
Rio Olympics 2016 में बेटियों ने बढ़ाया भारत का मान, अब टोक्यो ओलिंपिक पर है निशाना
Rio Olympics 2016 में बेटियों ने भारत को पदक दिलाए

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। ब्राजील के शहर रियो डि जेनेरियो में हुए इन ओलिंपिक खेलों में भारत ने सिर्फ दो पदक जीते। इन दोनों पदकों को दो बेटियों ने जीतकर भारत का मान बढ़ाया। ओलिंपिक इतिहास में पीवी सिंधू महिला सिंगल्स में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं, तो कुश्ती में साक्षी मलिक ने 58 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया।

दीपा ने रचा इतिहास

दीपा कर्माकर ने रियो ओलिंपिक में क्वालीफाई करते ही इतिहास रच दिया था। वह ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं। उन्होंने अपने प्रदर्शन से भी सबका दिल जीता और जिम्नास्टिक की वाल्ट स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहकर मामूली अंतर से पदक से चूक गई थीं।

पदक से चूके अभिनव बिंद्रा

2008 बीजिंग ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के पास रियो ओलिंपिक में भी पदक जीतने का मौका था, लेकिन 10 मीटर एयर राइफल में वह चौथे स्थान पर रहकर मामूली अंतर से पदक से चूक गए थे। हालांकि, इस बार निशानेबाजी में भारत को अपने खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद है।

पेस का कमाल

1996 अटलांटा ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस का यह लगातार सातवां ओलिंपिक था। वह सात ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले एकमात्र भारतीय हैं। रियो में ही भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की मिक्स्ड डबल्स जोड़ी चौथे पायदान पर रहकर पदक से एक कदम दूर रह गई।

वाह बोल्ट

जमैका के फर्राटा धावक उसेन बोल्ट अपना तीसरा ओलिंपिक खेले व लगातार तीसरी बार तीन स्पर्घाओं में स्वर्ण जीतकर अनोखी हैटिक पूरी की। उन्होंने लगातार तीसरे ओलिंपिक में 100 मीटर, 200 मीटर व चार गुना 100 मीटर रिले स्पर्धा में स्वर्ण जीते। हालांकि, बाद में उनके एक साथी को अयोग्य पाए जाने के बाद 2008 का उनका चार गुना 100 मीटर रिले का स्वर्ण छीन लिया गया था।

chat bot
आपका साथी