विश्व चैंपियन के खिलाफ इतिहास रचने उतरेंगी भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहाई

लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षो में भारत का मुक्केबाजी में पहला पदक होगा लेकिन उनका लक्ष्य अब फाइनल में पहुंचना होगा जहां अभी तक कोई भारतीय नहीं पहुंचा है। उनका सेमीफाइनल में मुकाबला तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के साथ होगा।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 08:05 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 08:05 PM (IST)
विश्व चैंपियन के खिलाफ इतिहास रचने उतरेंगी भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगोहाई
भारतीय महिला बॉस्कर लवलीना बोरगोहाई (एपी फोटो)

टोक्यो, प्रेट्र। लवलीना बोरगोहाई (69 किग्रा) ओलिंपिक में पहले ही पदक सुरक्षित कर चुकी हैं, लेकिन बुधवार को वह तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ जीत दर्ज करके ओलिंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनने की कोशिश करेंगी।

असम की 23 वर्षीय लवलीना इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी हैं। वह पदक पक्का करके पहले ही विजेंद्र सिंह (2008) और एमसी मेरी कोम (2012) की बराबरी कर चुकी है। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षो में भारत का मुक्केबाजी में पहला पदक होगा, लेकिन उनका लक्ष्य अब फाइनल में पहुंचना होगा जहां अभी तक कोई भारतीय नहीं पहुंचा है। राष्ट्रीय कोच मुहम्मद अली कमर ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले की पूर्व संध्या पर कहा, 'यह मुकाबला दोपहर बाद होगा और इसलिए हम पिछले दो दिनों से दोपहर बाद ही अभ्यास कर रहे हैं। ये दोनों मुक्केबाज इससे पहले एक-दूसरे से नहीं भिड़े हैं और वे दोनों एक-दूसरे के खेल के बारे में नहीं जानते हैं। लवलीना अच्छे प्रदर्शन के प्रति आत्मविश्वास से भरी हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेंगी।'

यह मुक्केबाज भी अपने लक्ष्य को लेकर स्पष्ट हैं। उन्होंने पिछले दौर में चीनी ताइपे की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराया था। उन्होंने इस मुकाबले के बाद कहा था कि पदक तो बस स्वर्ण होता है, पहले मुझे उसे हासिल करने दो। लवलीना ओलिंपिक में पदार्पण कर रही हैं, लेकिन उन्होंने सहज होकर अपने मुकाबले लड़े हैं। तुर्की की शीर्ष वरीयता प्राप्त मुक्केबाज के खिलाफ भी वह बिना किसी दबाव के रिंग में उतरेगी।

वहीं, सुरमेनेली भी 23 साल की हैं और इस साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने दो स्वर्ण पदक जीते हैं। लवलीना भी इस खेल में नई नहीं हैं और उन्होंने अभी तक अपने करियर में विश्व चैंपियनशिप के दो कांस्य पदक जीते हैं। तुर्की की मुक्केबाज 2019 चैंपियनशिप में विजेता रही थी जबकि लवलीना को कांस्य पदक मिला था। तब इन दोनों के बीच मुकाबला नहीं हुआ था।

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