EXCLUSIVE INTERVIEW: टेबल टेनिस में ओलंपिक पदक के लिए चार देशों की चुनौती करनी होगी पार: जी साथियान

जी साथियान ने कहा कि चीनी खिलाड़ी काफी शानदार हैं इसलिए उन्हें हराना काफी मुश्किल होगा। इसके अलावा जापान के खिलाडि़यों को टोक्यो ओलंपिक के लिए घर में खेलने का काफी फायदा मिलने वाला है। कोरिया और जर्मनी भी दौड़ में शामिल हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:39 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:40 PM (IST)
EXCLUSIVE INTERVIEW: टेबल टेनिस में ओलंपिक पदक के लिए चार देशों की चुनौती करनी होगी पार: जी साथियान
भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी जी साथियान (एपी फोटो)

टेबल टेनिस खिलाड़ी जी साथियान का मानना है कि ओलंपिक में पदक हासिल करने के लिए उन्हें चीन, जापान, कोरिया और जर्मनी के खिलाडि़यों से मिलने वाली कड़ी चुनौती को पार करना होगा। ओलंपिक के लिए तैयारी समेत कई मुद्दों पर जी साथियान से शुभम पांडेय ने खास बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश : 

-टोक्यो ओलंपिक की तैयारी कैसी चल रही है?

--मैं चेन्नई में पिछले तीन महीने से व्यक्तिगत कोच रमन के साथ अभ्यास कर रहा हूं, जिसमें फिटनेस और मानसिक तौर पर मजबूती के लिए भी अलग से सत्र ले रहा हूं। बाकी अलग तरह के वैरिएशन पर भी काम चल रहा है जिससे ओलंपिक की टेबल पर कुछ नया दिखा सकूं। इसके साथ शक्तिशाली स्ट्रोक, सर्विस और रिट‌र्न्स पर भी काम जारी है। मेरी ताकत तेजी के साथ चपलता भी है, जिसके जरीये शाट में जल्द से जल्द बदलाव ला सकते हैं। उस पर काफी ध्यान केंद्रित है। अब थोड़ा अभ्यास के भार को कम करना है, जिससे ओलंपिक के लिए तरोताजा होकर उतर सकूं। 

-आपने पिछले वर्षो में यूरोप में होने वाली पोलिश लीग और जापान में भी काफी टेबल टेनिस खेला है। इससे कितना फायदा मिला?

--पोलिश लीग में मैच खेलने से मुझे काफी कड़े खिलाडि़यों के खिलाफ प्लान और उन्हें समझने के साथ-साथ अनुभव काफी अच्छा मिला, जिसके दमपर मैं टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सका। इसके अलावा जापान लीग काफी कठिन थी, क्योंकि वहां काफी शीर्ष वरीयता के खिलाड़ी थे। इसलिए ओलंपिक से पहले जापान जाना और उनके शीर्ष खिलाडि़यों के साथ खेलना एक तरह प्री ओलंपिक जैसा था। इससे मेरा आत्मविशास काफी बढ़ा और अब ओलंपिक के लिए पूरी तरह से खुद को तैयार महसूस कर रहा हूं। 

-ओलंपिक में पदक जीतने के लिए कौन-कौन से देश के खिलाड़ी मजबूत चुनौती बन सकते हैं, जिससे पार पाना होगा?

--सबसे पहले तो चीनी खिलाड़ी काफी शानदार हैं, इसलिए उन्हें हराना काफी मुश्किल होगा। इसके अलावा जापान के खिलाडि़यों को टोक्यो ओलंपिक के लिए घर में खेलने का काफी फायदा मिलने वाला है। कोरिया और जर्मनी भी दौड़ में शामिल हैं। ऐसे में अगर पदक जीतना है तो इन चार देशों के खिलाडि़यों को हराना होगा। इसके लिए पूरी ट्रेनिंग कर रहा हूं और उम्मीद है कि अपने पहले ओलंपिक में पदक के साथ वापसी करूंगा। 

-इस बार ओलंपिक में पहली बार चार खिलाड़ियों सहित टेबल टेनिस का सबसे बड़ा दल जा रहा है। इसे कैसे देखते हैं?

--अगर मुझे, शरत कमल और मनिका को देखकर अगली पीढ़ी टेबल टेनिस की तरफ आगे बढ़ रही है तो जीवन में इससे बड़ी उपलब्धि और कुछ नहीं हो सकती है। अब तो जूनियर स्तर पर भी मानव और रिया जैसे कई शानदार खिलाड़ी निकलकर आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब टीमें भी हमसे घबराने लगी हैं कि ये लोग कभी भी किसी को हराने का दमखम रखते हैं। यह खेल हमारे देश में दिन प्रतिदिन दो गुनी और चौगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि भारत जल्द से जल्द टेबल टेनिस में सुपर पावर बनकर सामने आएगा।

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