ओलिंपिक डायरी: पूर्व कैरेबियाई क्रिकेटर विंस्टन बेंजामिन के बेटे राय बेंजामिन ने अमेरिका के लिए जीता रजत पदक
राय बेंजामिन दिग्गज विंडीज तेज गेंदबाज विंस्टन बेंजामिन के बेटे हैं जिन्होंने 1980-90 के दशक में वेस्टइंडीज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। विंस्टन तो कैरेबियाई द्वीप एंटीगा के रहने वाले हैं और राय का जन्म भी वहीं हुआ।
टोक्यो, एपी। ओलिंपिक में जबसे खेलों की रानी कही जाने वाली एथलेटिक्स स्पर्धा शुरू हुई है तबसे एक से बढ़कर एक एथलीट ट्रैक एंड फील्ड में जलवा दिखा रहे हैं। इसमें वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर विंस्टन बेंजामिन के बेटे राय बेंजामिन भी छाए हुए हैं। राय ने ने मंगलवार को पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में सिर्फ 46.17 सेकेंड का समय निकालते हुए रजत पदक अपने नाम किया। इस दौरान बेंजामिन ने नार्वे के कार्स्टन वारहोम के विश्व रिकार्ड से भी बेहतर समय निकाला, लेकिन ये रिकार्ड उनके नाम नहीं हो पाया, क्योंकि इस रेस में खुद कार्स्टन हिस्सा ले रहे थे, जिन्होंने सभी रिकार्ड तोड़ते हुए 45.94 सेकेंड के नए विश्व रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
राय बेंजामिन दिग्गज विंडीज तेज गेंदबाज विंस्टन बेंजामिन के बेटे हैं, जिन्होंने 1980-90 के दशक में वेस्टइंडीज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। विंस्टन तो कैरेबियाई द्वीप एंटीगा के रहने वाले हैं और राय का जन्म भी वहीं हुआ, लेकिन वह अपनी मां के साथ न्यूयार्क में रहने लगे और वहीं की नागरिकता हासिल कर ओलिंपिक में अमेरिका का प्रतिनिधत्व करने लगे। वह 400 मीटर बाधा दौड़ में अमेरिका के सबसे तेज धावक हैं। विंस्टन बेंजामिन ने वेस्टइंडीज के लिए 21 टेस्ट मैचों में 61 विकेट हासिल किए, जबकि 85 वनडे में उनके नाम 100 विकेट हैं। उन्होंने 1985 में भारत के खिलाफ अपना टेस्ट पदार्पण किया था और 1995 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट मैच खेला था।
माओ के बैज वाले चीनी एथलीट की जांच करेगा आइओसी
टोक्यो। ओलिंपिक खेलों में चीन के दो एथलीट निशाने पर आ गए क्योंकि जब वह पदक ग्रहण समारोह में आए तो उनकी किट में चीनी तानाशाह माओ की फोटो वाला बैज लगा था। इंटरनेट मीडिया पर उनके पदक वापस लेने की मांग हो रही है। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आइओसी) ने इस मामले की जांच बैठा दी है।
माओ से-तुंग उर्फ जेदोंग नरसंहार के मामले में जर्मनी के हिटलर और रूस के स्टालिन से भी चार कदम आगे था। माओ को करीब आठ करोड़ मौतों का जिम्मेदार ठहराया जाता है। उसे दुनिया का सबसे बड़ा नरसंहारक भी कहा जाता है। दरअसल महिला स्पि्रंट टीम साइकिल रेस में चीन की जोंग टीआंशी और बाओ शांजू ने 31.895 सेकेंड के साथ स्वर्ण पदक जीता। पदक ग्रहण करते समय इन दोनों महिलाओं ने चीन के माओ का बैज पहन रखा था। ओलिंपिक का नियम है कि उसके माध्यम से किसी राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। लोग पूछ रहे हैं कि क्या दोनों खिलाडि़यों की ये हरकत इस नियम का उल्लंघन नहीं है?
चीनी-आस्ट्रेलियाई एक्टिविस्ट बडीकाओ ने आपत्ति जताते हुए कहा कि ये बैज चीन के उसी खूनी अभियान का प्रतीक है, जिसने करोड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। मालूम हो कि 1958-62 में माओ ने सबसे ज्यादा कत्ल-ए-आम करवाया था। माओ के इस अभियान का नाम था द ग्रेट लीप फारवर्ड, जिसके तहत करोड़ों लोग मारे गए थे। माओ ही पीपल्स रिपलब्लिक आफ चाइना का संस्थापक था।
छह स्पर्धाओं के पांच स्वर्ण चीन के नाम
टोक्यो, एपी। शाइ सियी और वैंग जोगयुआन ने पुरुष डाइविंग की तीन मीटर स्पि्रंगबोर्ड स्पर्धा में चीन को क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक दिलाया। सियी ने 558.75 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि जोगयुआन ने 534.90 अंक के साथ रजत पदक जीता। ब्रिटेन के जैक लाफर ने कांस्य पदक हासिल किया। डाइविंग की छह स्पर्धाओं में पांच स्वर्ण चीन ने जीते हैं।
बाइल्स ने बैलेंस बीम में जीता कांस्य पदक
टोक्यो। अमेरिका की दिग्गज जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स ने मानसिक बीमारी से वापसी करते हुए मंगलवार को टोक्यो ओलिंपिक की बैलेंस बीम स्पर्धा का कांस्य पदक हासिल किया। इस स्पर्धा का स्वर्ण और रजत चीन के खिलाडि़यों के नाम रहा। गुआन चेनचेन ने स्वर्ण जबकि तैंग शिजिंग ने रजत पदक जीता। एक सप्ताह पहले मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने का हवाला देते हुए स्पर्धाओं से हटने का फैसला करने के बाद उन्होंने मंगलवार को वापसी का मन बनाया। बाइल्स ने कुल 14 अंक प्राप्त किए जो कांस्य जीतने के लिए काफी था। शीर्ष के दोनों जिम्नास्टों ने क्रमश: 14.633 और 14.233 अंक हासिल किए।
सेलिंग में ब्रिटेन ने दो, इटली और ब्राजील ने एक-एक स्वर्ण पदक जीते
टोक्यो। ब्रिटेन के खिलाडि़यों ने ओलिंपिक सेलिंग (पाल नौकायन) में मंगलवार को आयोजित चार स्पर्धाओं के फाइनल में से दो में स्वर्ण पदक जीते। पुरुषों की स्किफ 49ईआर स्पर्धा में डायलन फ्लेचर और स्टुअर्ट बिथेल की जोड़ी ने स्वर्ण पदक जीता।
इसके एक घंटे के अंदर ही फिन क्लास स्पर्धा में जाइल्स स्काट ने ब्रिटेन को सेलिंग में दिन का दूसरा स्वर्ण दिला दिया। इस स्पर्धा में ब्रिटेन का दबदबा रहा है और यह उसका लगातार छठा स्वर्ण पदक है। इटली की मिक्स्ड डबल्स जोड़ी ने नेकरा 17 स्पर्धा का स्वर्ण जीता। इसका रजत पदक ब्रिटेन के नाम रहा। ब्राजील की माíटन ग्रेल और काहेना कुन्जे महिलाओं की 49इआर स्पर्धा में शीर्ष पर रही।
62 साल की उम्र में पदक जीतने वाले पहले आस्ट्रेलियाई बने होय
टोक्यो। 62 साल की उम्र मे टोक्यो ओलिंपिक की घुड़सवारी टीम स्पर्धा का रजत पदक जीतने के साथ ही आठ बार के ओलिंपियन एंड्रयू होय आस्ट्रेलिया के लिए पदक जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं।
होय के साथ टीम में शेन रोज और केविन मैकनाब भी शामिल थे। स्वर्ण पदक की दौड़ में आस्ट्रेलिया के घुड़सवार ब्रिटेन से पीछे रहे और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। हालांकि इसके कुछ ही समय बाद होय ने इवेंट जंपिंग व्यक्तिगत स्पर्धा का कांस्य पदक भी अपने नाम किया। जिससे आठ ओलिंपिक में भाग लेने वाले होय के कुल पदकों की संख्या छह हो गई। इनमे तीन स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक शामिल है। इस तरह पदक जीतने के बाद होय ने यह भी साफ कर दिया कि यह उनका अंतिम ओलिंपिक नहीं है।
होय ने कहा, '21 साल पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में मैंने दो पदक जीते थे। जिसके बाद ऐसा फिर से करना वाकई बहुत ही खास है। वहीं उम्र की बात करें तो मेरे लिए 60 की उम्र नई 20 साल की उम्र की तरह ही है। ओलिंपिक में भाग लेने का क्रम जारी रहेगा और 2024 पेरिस, 2028 लास एंजलिस और उसके बाद घर पर होने वाले 2032 ब्रिसबेन ओलिंपिक पर मेरी नजरें हैं।' मालूम हो कि होय ने पहली बार 1984 लास एंजलिस ओलिंपिक में भाग लिया।
1996 और 2000 के ओलिंपिक में अपने ताज का बचाव करने से पहले, उन्होंने टीम स्पर्धा में बाíसलोना में 1992 के खेलों में स्वर्ण पदक जीता। होय ने सिडनी खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक भी जीता। साल 2004 और 2012 में फिर से उन्होंने प्रतिस्पर्धा की और आस्ट्रेलिया के सबसे स्थायी ओलंपियन बने।