कोरोना काल में संजीवनी बने नींबू की अब कदर नहीं
कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। इस महामारी में नींबू की बढ़ती मांग को देखते हुए सुंदरगढ़ जिले में कारोबारियों ने इसके रेट बढ़ा दिए थे।
संसू, राजगांगपुर : कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। इस महामारी में नींबू की बढ़ती मांग को देखते हुए सुंदरगढ़ जिले में कारोबारियों ने इसके रेट बढ़ा दिए थे। इससे नींबू आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया था। अब कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में निरंतर कमी देखी जा रही है। ऐसे में नींबू की मांग भी काफी कम हो गई है।
इधर, व्यापारियों द्वारा कोरोना काल में नींबू का काफी स्टाक जमा कर लिया था पर अब अचानक से नींबू की मांग कम हो जाने से बाजार में उचित भाव नहीं मिल रहा है। इस कारण बाजारों में सड़े-गले नींबू यहां-वहां बिखरे नजर आ रहे हैं। एकाएक नींबू की मांग कम हो जाने से कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस कारण वे नींबू यहां-वहां फेंक रहे हैं। साप्ताहिक बाजार में तो हर कोने पर नींबू फेंका हुआ देखा जा सकता है। सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण 48 नए मामले : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा सौ से नीचे आ गया है। बीते 24 घंटे में राउरकेला शहरी क्षेत्र में आठ समेत जिले में 48 नए मरीजों की पहचान हुई है। लगातार मरीजों की संख्या घटने से अब राहत मिली है। 17 जून के बाद लॉकडाउन में और छूट मिलने की संभावना की जा रही है। बालीशंकरा प्रखंड में 11, बिसरा में एक, नुआगांव में एक, सुंदरगढ़ सदर में तीन, टांगरपाली में दो, बड़गांव में दो, बणई में तीन, कुआरमुंडा में दो, लाठीकटा में तीन, सबडेगा में चार, गुरुंडिया में दो, लेफ्रीपाड़ा में दो, सुंदरगढ़ शहरी क्षेत्र में आठ नए मरीज मिले हैं। वहीं, हेमगिर, लहुणीपाड़ा, राजगांगपुर, कोइड़ा, कुतरा ब्लाक तथा बीरमित्रपुर नगरपालिका क्षेत्र में एक भी नया मरीज नहीं मिला है।
उल्लेखनीय है कि सुंदरगढ़ जिले में 7 जून को 113 मरीज, 8 को 283, 9 को 208, 10 को 551, 11 को 157, 12 को 103 एवं 13 जून को 178 नए मरीजों की पहचान हुई। कोरोना चेन तोड़ने के लिए जिला व नगर प्रशासन की ओर से सभी तरह के उपाय अपनाए जा रहे हैं। जहां टीकाकरण को बढ़ाया जा रहा है। वहीं, जांच की रफ्तार को भी तेज किया गया है। संक्रमित मरीजों का इलाज करने के साथ ट्रेसिंग भी की जा रही है। कोरोना मरीजों के इलाज के साथ उनके परिवार वालों की जांच करने में रैपिड रिस्पांस टीम अहम भूमिका निभा रही है। लॉकडाउन के नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। दुकान बाजार सुबह सात से दोपहर एक बजे तक खुल गई हैं पर हर क्षेत्र में इंनफोर्समेंट टीम के द्वारा नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।