राजगांगपुर ब्लॉक के कुनमुरू पंचायत में घर-घर सर्दी-बुखार
शहर से सात किलोमीटर की दूरी पर कुनमुरू पंचायत है जो इस अंचल की सबसे बड़ी पंचायत कहलाती है।
संसू, राजगांगपुर : शहर से सात किलोमीटर की दूरी पर कुनमुरू पंचायत है जो इस अंचल की सबसे बड़ी पंचायत कहलाती है। इस पंचायत में लमलोई, गुढ़याली, तेतरकेला, कुनमुरू, जामपाली जैसे बड़े-बड़े गांव है जहां की स्थिति इन दिनों काफी भयावह है। लमलोई के समिति सदस्य सह राजगांगपुर के ब्लॉक अध्यक्ष बसंत टोप्पो ने बताया है कि दस हजार आबादी वाली इस पंचायत में घर-घर में लोगों को बुखार, सर्दी खांसी की शिकायत आ रही है, अब ये कोरोना है या बुखार, इसका पता नहीं चल पा रहा है। जो स्थिति नजर आ रही है पूरे पंचायत में अधिकतर घरों में लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार है। पंचायत क्षेत्र में जो पीएचसी है वह दुड़काबहाल में है जो पांच से छह किलोमीटर की दूरी पर है। घरों से निकलकर कोरोना टेस्ट करवाने छह किलोमीटर दूर जाने से डर रहे हैं। वहीं, लमलोई बस्ती के ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन से आशा करते है कि लमलोई या गूढ़याली के बीच कोरोना टेस्टिग वैन भेजकर हम लोगों का टेस्ट करवाया जाता तो अधिक से अधिक लोग जांच करवा पाते। बसंत टोप्पो ने बताया दो दिन पहले लमलोई गांव से 30 लोगों को उठाकर टेस्ट के लिए भेजा गया था। इनमें से 25 लोग पॉजिटिव पाए गए। वे अपने घरों में रहकर अस्पताल से जो दवा मिली है। उसे ले रहे हैं। बसंत का कहना है कि अगर 30 लोगों में 25 लोग पॉजिटिव पाए गए है तो इतनी बड़ी पंचायत में जहां घर-घर में लोग बीमार है उनकी स्थिति क्या होगी, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। अभी तक पंचायत में लगभग दस लोगों की जान जा चुकी है। इससे लोग अपने घरों से निकलना नहीं चाहते हैं। उनके मन में कोरोना महामारी का डर बैठ गया है।
दिन पर दिन हमारे पंचायत की स्थिति भयावह होती जा रही है। घर घर में लोग बीमार हैं। हर दिन इस महामारी से संक्रमण की संख्या बढ़ते जा रही है अभी तक आठ से दस लोगों की मौत हो चुकी है। टेस्टिग के अभाव के कारण यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। न तो अभी तक ठीक से लोगों की जांच हो पा रही है और ना ही किसी को वैक्सीन लग पाई है। अगर जल्द से जल्द इसे नहीं रोका गया तो आने वाले दिनों में भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी।
सुरेन बरला, सरपंच, कुनमुरू पंचायत।