मंगला किसान की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता सह प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मंगला किसान की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 09:46 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 09:46 PM (IST)
मंगला किसान की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
मंगला किसान की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

संसू, राजगांगपुर : बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता सह प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मंगला किसान की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इससे बीजद की एकजुटता में दरार पड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। पिछले दिनों मंगला किसान लाटीकटा ब्लाक के दौरे में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए थे, जिसका बीजद कार्यकर्ताओं ने स्वागत करते हुए इसे सही कदम बताया। पर इस दौरे और कार्यक्रम के दौरान लाटीकटा ब्लाक के बीजद सरपंच, समिति सदस्य तथा दल के पदाधिकारियों को कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई और ना ही उन्हें आमंत्रण दिया गया। इससे स्थानीय नेताओं में अंदरखाने रोष देखा गया। कार्यकर्ता इस बात से भी नाराज दिखे की राजगांगपुर के पूर्व बीजद टाउन अध्यक्ष अमरेश पंडा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए दल प्रमुख सह मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके बावजूद अमरेश पंडा मंगला किसान के साथ लाटीकटा ब्लाक के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल रहे। इससे मंगला किसान को पार्टी कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय नेताओं के कोप का भाजन होना लाजमी है। इससे इस बात की भी पुष्टि होती है कि मंगला किसान ने बीजद प्रमुख के आदेश का अनुपालन नहीं किया और नवीन पटनायक की अनदेखी कर पार्टी के अनुशासन को भी नजर अंदाज किया। क्षेत्र के एक प्रमुख नेता के इस प्रकार के रवैये से पूरे जिले में दल के नेता व कार्यकताओं में काफी रोष है। खबर ये भी है कि इस मसले को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आलाकमान बीजद प्रमुख सहित जिला पर्यवेक्षक तथा जिला अध्यक्ष को एक लिखित शिकायत दी गई है। अब देखना यह है की इस मसले पर आला कमान का क्या फरमान आता है। वैसे भी पिछले विधानसभा चुनाव में हार के बाद मंगला किसान की साख पर बट्टा तो जरूर लगा है। अब इस प्रकार के घटनाक्रम के बाद पार्टी में आपसी गुटबाजी और घमासान होना निश्चित जान पड़ता है। जो भी हो इस प्रकार की गतिविधियों से बीजद के अंदर की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। आने वाले नगरपालिका और पंचायत चुनाव में, इस मौके का सीधा फायदा भाजपा और कांग्रेस को मिल सकता है।

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