नवनिर्मित हनुमान मंदिर में विराजे पवनपुत्र

सरस्वती शिशु मंदिर गरियामुंडा में नवनिर्मित मंदिर में हनुमान जी के विग्रह की की प्राण प्रतिष्ठा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 09:39 PM (IST)
नवनिर्मित हनुमान मंदिर में विराजे पवनपुत्र
नवनिर्मित हनुमान मंदिर में विराजे पवनपुत्र

संसू, राजगांगपुर : सरस्वती शिशु मंदिर, गरियामुंडा में नवनिर्मित मंदिर में हनुमान जी के विग्रह की की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इससे पूर्व कलश यात्रा निकाली गई जिसमें 108 महिलाओं ने शामिल होकर नदी से जल उठाकर मंदिर पहुंची। यहां विधि-विधान से कलश की स्थापना कर प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान शुरू हुआ। इस दौरान पवनपुत्र के जयघोष से पूरा इलाका गूंजायमान हो गया। भगवान हनुमान के विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान में प्रमुख रूप से विश्व हिदू परिषद के केंद्रीय मंत्री जुगल किशोर एवं राज्य संगठन मंत्री शरत प्रधान शामिल हुए। यजमान के रूप में सपत्नीक नर्सिंग मिज व लक्ष्मीधर सेठ ने पवनपुत्र की पूजा-अर्चना की। भारतीय जन सेवा संस्थान गरियामुंडा सरस्वती शिशु मंदिर कमेटी की देखरेख में हुए इस धार्मिक अनुष्ठान में चेतन महंती, सुशील लकड़ा, फागू लकड़ा, पंडरू टोप्पो, राजेंद्र महंती सहित ट्रस्ट के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कार्यक्रम में सहयोग किया। गायत्री परिवार का हर-हर गंगे, घर-घर गंगे अभियान शुरू : शांतिकुंज हरिद्वार में मातृ शक्ति की स्थापना की स्वर्ण जयंती पर अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से हर-हर गंगे, घर-घर गंगे अभियान शुरू किया गया है। राउरकेला स्थित गायत्री शक्तिपीठ में गुरुवार को विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा एवं देवगढ़ जिले से गायत्री परिवार के लोग शामिल हुए।

शांतिकुंज हरिद्वार के टोली नायक शेषदेव बढ़इ, सह-टोली नायक प्रदीप कुमार साहू की अगुवाई में सात सदस्यीय टीम पहुंची है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ तथा मातृ शक्ति स्थापना के स्वर्ण जयंती के मौके पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष शांतिकुंज में भव्य कार्यक्रम होना था पर कोरोना के चलते परिजन वहां नहीं जा सकते हैं। इस लिए गायत्री के मूल मंत्र गो, गंगा, गीता, गायत्री व गुरु को आधार मानते हुए घर-घर गंगा को पहुंचाने का लक्ष्य लेकर कार्यक्रम शुरू किया गया है। सुंदरगढ़, देवगढ़ एवं झारसुगुड़ा जिले की 14 शाखा के जरिए तीन सौ परिवार में गायत्री की स्थापना की जाएगी। इन परिवारों को देव परिवार के रूप में विकसित करने के बाद आदर्श गांव बनाने की योजना है। राउरकेला में यह कार्यक्रम गुरुवार को आयोजित किया गया।

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