बारिश में बदहाल शहर की सड़कें, चलना दूभर
शहर के धागा मील से लेकर हरी मशीन तक सड़क पर जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढे और इन गडढों में भरा बारिश का पानी राहगीरों के लिए काल साबित हो रहा है।
संसू, राजगांगपुर : शहर के धागा मील से लेकर हरी मशीन तक सड़क पर जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढे और इन गडढों में भरा बारिश का पानी राहगीरों के लिए काल साबित हो रहा है। जबकि जिम्मेदार अफसर जानमाल की सुरक्षा को लेकर बेपरवाह बने हुए हैं। परिणामस्वरूप लोगों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। हरी मशीन से लेकर धागा मील जो शहर आने का मुख्य मार्ग है। इस मार्ग में लंबे समय से जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। इन गड््ढों को समय से न भरे जाने की वजह से सड़क गड्ढों में गुम हो गई है। हरी मशीन से माटीगेट होकर जो रास्ता बीजू पटनायक चौक तक जाता है उस सड़क का बीच का हिस्सा गड्ढों में तब्दील हो गया है। कमोवेश यही स्थिति पूरे शहर की सड़कों का है। शहरवासी इन सड़कों की खस्ता हालत को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्या कहते हैं लोग शहर आने का द्वार हरी मशीन से लेकर धागा मील तक सड़क में कई जगह छोटे बड़े गड्ढे बन गए हैं। इससे दो पहिया व चार पहिया वाहन चालकों के लिए इस सड़क के बीचों-बीच बने गड्ढे सिरदर्द बन गए हैं। आए दिन यहां छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं। इसके बावजूद अभी तक प्रशासन की तरफ से इन गड्ढों की मरम्मत करने को कोई पहल नहीं किया गया है। इससे लोगों में प्रशासन के प्रति काफी रोष है।
बीरेंद्र नाथ रथ, व्यापारी मेरा इस मार्ग से रोजाना आना-जाना होता है। जैसे ही बीजू पटनायक चौक से आगे माटी गेट जाने के लिए बढ़ता हूं। सड़क के बीचों-बीच इतने सारे छोटे-बड़े गड्ढे बने हुए हैं जिससे चलना काफी मुश्किल होता है। आए दिन कोई ना कोई इन गड्ढों में गिरकर दुर्घटना का शिकार होता रहता है। इन गड्ढों के उपर नगरपालिका का बिलकुल ध्यान नहीं है। इस कारण छोटे गड्ढे बढ़कर बड़े गड्ढों में तब्दील हो जा रहे हैं। प्रशासन को जल्द इस ओर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
-देवेंद्र शर्मा, ट्रांसपोर्टर हरी मशीन से लेकर धागा मील तक जो शहर का मुख्य मार्ग कहलाता है। आज इस सड़क के बीचों-बीच जगह जगह गड्ढे हो जाने से इस मार्ग पर चलना काफी मुश्किल भरा हो गया है। राउरकेला से जो बस राजगांगपुर आती है सभी बसे सहित चार चक्का, दो चक्का वाहनों का इसी सड़क से होकर जाना होता है। जगह जगह बने गड्ढे के कारण छिटपुट घटना होना आम बात हो गई है। नगरपालिका और प्रशासन के अधिकारियों का इधर से रोजाना गुजरना होता है पर सड़क के बीचों-बीच बने इन गड्ढों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। बारिश के दिनों में इन गड्ढों के कारण दो पहिया वाहन चलाना काफी मुश्किल भरा होता है। गड्ढे में जमा बारिश के पानी के कारण दुर्घटना घटने की संभावना बनी रहती है।
-अनिल शर्मा, चार्टर्ड एकाउंटेंट