सुंदरगढ़ जिले में शुरू हुआ पोषण महोत्सव

सुंदरगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती और मातृत्व माताओं किशोरी और छोटे बच्चों को पोषण के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ओडिशा पोषण महोत्सव-2021 शुरू किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 08:50 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 08:50 AM (IST)
सुंदरगढ़ जिले में शुरू हुआ पोषण महोत्सव
सुंदरगढ़ जिले में शुरू हुआ पोषण महोत्सव

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती और मातृत्व माताओं, किशोरी और छोटे बच्चों को पोषण के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ओडिशा पोषण महोत्सव-2021 शुरू किया गया है। छह दिसंबर से शुरू हुआ यह महोत्सव 12 दिसंबर तक चलेगा। राज्य सरकार के ओडिशा आजीविका मिशन और मिशन शक्ति विभाग राज्य भर में पोषण उत्सव आयोजित कर रहा हैं। यह कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सह-प्रायोजित है। यह कार्यक्रम सुंदरगढ़ जिले के छह ब्लाक कुतरा, टांगरपाली, राजगांगपुर, बालिशंकारा, गुरुंडिया, बनई और कुआंरामुंडा ब्लॉक में 80 ग्राम पंचायतों के 400 समूहों में चलाया जा रहा है। स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्य विभिन्न प्रकार के पौष्टिक खाद्य पदार्थों को प्रदर्शित करने के लिए पोषण उत्सव में भाग ले रहे हैं। एसएचजी सदस्य स्थानीय महिलाओं, किशोरी और बच्चों को विभिन्न खाद्यान्नों में पोषक तत्वों के बारे में समझा रहे हैं। इसके अलावा, स्थानीय महिलाओं को ओडिशा आजीविका मिशन के तहत जिले में चल रहे मो उपकारी बगीचा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। जिले की अधिक से अधिक महिलाओं को कार्यक्रम में शामिल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। आदिवासी बहुल सुंदरगढ़ जिले में गर्भवती एवं प्रसूति माताओं, किशोरी एवं 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के पोषण विकास हेतु प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इसके भीतर मो उपकारी बगीचा एक प्रमुख आयोजन है। ओडिशा आजीविका मिशन ने लाभार्थियों की पहचान की है और बगीचे के निर्माण के लिए सहायता प्रदान कर रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को विशेष रूप से प्राथमिकता दी जा रही है।

लाभार्थी बगीचे में कई तरह की सब्जियां लगा रहे हैं, जिनमें बैंगन, भिंडी, कद्दू, सजना, मिर्च, खीरा, झींगा, पपीता, नींबू और केला शामिल हैं। ओडिशा आजीविका मिशन विभिन्न प्रकार के स्वदेशी बीज और पौधे उपलब्ध करा रहा है। अब तक, 27 हजार से अधिक लाभार्थियों ने अपनी बगीचे में मो उपकारी बगीचा बनाया है।

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