किन्नर मीत प्रिसेस बनी कोविड सेंटर में डाटा ऑपरेटर

कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ने के कारण प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को अधिक मानव संसाधन की जरूरत पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 10:00 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 10:00 PM (IST)
किन्नर मीत प्रिसेस बनी कोविड सेंटर में डाटा ऑपरेटर
किन्नर मीत प्रिसेस बनी कोविड सेंटर में डाटा ऑपरेटर

जागरण संवाददता, राउरकेला : कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ने के कारण प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को अधिक मानव संसाधन की जरूरत पड़ रही है। इस संकट काल में राउरकेला ट्रांसजेंडर एसोसिएशन मदद को आगे आई है। किन्नर मीत प्रिसेस कार्यभार संभालने वाली पहली किन्नर हैं। उन्होंने बीजू पटनायक तकनीकी विश्वविद्यालय (बीपीयूटी) में बने कोविड केयर सेंटर में डाटा ऑपरेटर का पद संभाला है। टीकाकरण व अन्य कार्य में भी किन्नर सहयोग कर रहे हैं। सुंदरगढ़ ट्रांसजेंडर और किन्नर एसोसिएशन की अध्यक्ष जोया त्रिपाठी की पहल किन्नरों को स्वावलंबी बनाने के साथ ही समाज में सम्मान दिलाने का काम किया जा रहा है। सरकार की ओर से किन्नरों को राशन, पेंशन आदि सुविधाएं दिलाने की भी कोशिश की रही है। जिला प्रशासन से विभिन्न नियुक्तियों में किन्नरों को भी प्राथमिकता देने की मांग की जाती रही है। ताकि वे भी अन्य लोगों की तरह समाज में बराबरी का अधिकार पाने के साथ अपना जीवन यापन कर सकें। एडीएम अबोली सुनील नरवाने के साथ बैठक में भी उन्होंने कोरोना काल में हर तरह का सहयोग करने का भरोसा दिया था। इसी कड़ी में किन्नर मीत प्रिसेस को बीपीयूटी स्थित कोविड केयर सेंटर में डाटा आपरेटर का कार्यभार दिया गया है। मीत ने अपना काम शुरू कर दिया है। वह पानपोष अनुमंडलीय अस्पताल में टीकाकरण में भी सहयोग कर रही है। एसोसिएशन की अध्यक्ष जोया त्रिपाठी ने कहा कि यह किन्नर समाज के लिए गौरव की बात है। दिहाड़ी मजदूरों को मिले टीकाकरण की सुविधा : सुंदगरढ़ जिले में 18 साल से अधिक आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगना शुरू हो गया है। दिहाड़ी मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे लोग इस सुविधा से वंचित हैं। उनके लिए पंजीकरण व टीकाकरण की व्यवस्था करने की मांग श्रमिक संगठन एआइयूटीयूसी की जिला कमेटी की ओर से की गई है।

जिला कमेटी की ओर से जिलापाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि दिहाड़ी मजदूरों के पास मोबाइल फोन व ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा नहीं है। इंटरनेट पार्लर एवं सुविधा केंद्र भी बंद हैं। घर में स्मार्ट फोन रहने पर भी पंजीकरण के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है। ऐसी परिस्थिति में उनका पंजीकरण कराने के साथ ही टीकाकरण के लिए हेल्प डेस्क बनाने की मांग संगठन की ओर से की गई है।

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