कैंसर पीड़ित मां को लेकर अस्पताल के चक्कर काट रही बेटी

ओडिशा सरकार की ओर से राज्यवासियों की चिकित्सा सुविधा के लिए बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) शुरू की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:44 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:44 AM (IST)
कैंसर पीड़ित मां को लेकर अस्पताल के चक्कर काट रही बेटी
कैंसर पीड़ित मां को लेकर अस्पताल के चक्कर काट रही बेटी

संसू, बिसरा: ओडिशा सरकार की ओर से राज्यवासियों की चिकित्सा सुविधा के लिए बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (बीएसकेवाई) शुरू की गई है। इसके तहत लोगों को पांच से 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज के लिए स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया जा रहा है। लाभुक देश के दो सौ बड़े अस्पतालों में इस कार्ड के जरिये गंभीर से गंभीर बीमारी का इलाज करा सकेंगे। लेकिन सुंदरगढ़ जिले के बिसरा प्रखंड की एक कैंसर रोगी जो कार्ड की लाभार्थी है, उसे इस योजना का लाभ लेने के लिए दर-दर भटकना पड़ा रहा है।

सुंदरगढ़ जिले में 14 सितंबर को स्मार्ट हेल्थ कार्ड बांटे गए। बिसरा प्रखंड के महिपानी गांव में भी लोगों को स्मार्ट हेल्थ कार्ड का वितरण किया गया। यहां रहने वाली 57 वर्षीय श्रीमती महतो जोकि स्मार्ट कार्ड की लाभार्थी है। उसे18 सितंबर को पेट में दर्द हुआ तो परिवार के लोग बिसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। यहां महिला को ऑक्सीजन देने के बाद दोपहर को राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) रेफर कर दिया गया। आरजीएच में जांच के बाद 20 सितंबर की सुबह डॉक्टर ने मरीज के परिवार वालों से कहा कि वह उसे कहीं और शिफ्ट कर दे क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार श्रीमती कैंसर से पीड़ित है। परिवार के सदस्य जानना चाहते थे कि क्या वह रोगी को राउरकेला के जयप्रकाश अस्पताल में स्थानांतरित कर सकते हैं। क्योंकि राउरकेला के जयप्रकाश अस्पताल, हाईटेक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल और सीडब्ल्यूएस अस्पताल स्मार्ट हेल्थ कार्ड के तहत सूचीबद्ध अस्पताल हैं। लेकिन आरजीएच हेल्पडेस्क में, श्रीमती के परिवार के सदस्यों को कथित तौर पर बताया गया कि स्मार्ट हेल्थ कार्ड के तहत केवल आइसीयू के मरीज और बड़े ऑपरेशन शामिल हैं और अन्य बीमारियों को कवर नहीं किया जाएगा।

परिवार के सदस्यों ने तब जयप्रकाश अस्पताल से संपर्क किया तो उन्हें स्मार्ट कार्ड के लाभों के बारे में वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। बाद में, उन्होंने मरीज को हाईटेक मेडिकल में भर्ती कराया। वहां के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि मरीज पेट के कैंसर से पीड़ित है।

अपनी मां को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद हताश पीड़िता की बेटी बासमती महतो ने बताया कि जब हमें कुछ दिन पहले हमारे गांव में स्मार्ट हेल्थ कार्ड दिया गया था तो हमें बताया गया था कि हमें सूचीबद्ध अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा। लेकिन यहां के अस्पतालों में हमें सभी नकारात्मक जवाब मिल रहे हैं और हमारी आर्थिक तंगी के कारण मेरी मां का इलाज नहीं हो पा रहा है।

इस संबंध में सीडीएमओ, सुंदरगढ़ एसके मिश्रा ने बताया कि जिले में स्मार्ट कार्ड वितरित किए जाने के बाद, रोगियों के परिवार के सदस्यों की मदद और मार्गदर्शन के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों में हेल्पडेस्क खोली गई है। इसलिए हेल्पडेस्क को कार्ड के तहत इलाज कराने के लिए अस्पतालों में आने वाले परिवार के सदस्यों की उचित मदद करनी चाहिए।

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