विजिलेंस के चंगुल में फंसा सोनपुर का सेक्शन आफिसर
गुरुवार की सुबह संबलपुर मंडल समेत बलांगीर और सोनपुर की विजिलेंस टीम सोनपुर जिला मुख्यालय स्थित उपजिलाधीश कार्यालय में सेक्शन आफिसर के रूप में कार्यरत रमेश प्रसाद नाग के बलांगीर और सोनपुर जिला के तीन ठिकानों की जांच पड़ताल शुरू की।
वाद सूत्र, संबलपुर : गुरुवार की सुबह संबलपुर मंडल समेत बलांगीर और सोनपुर की विजिलेंस टीम सोनपुर जिला मुख्यालय स्थित उपजिलाधीश कार्यालय में सेक्शन आफिसर के रूप में कार्यरत रमेश प्रसाद नाग के बलांगीर और सोनपुर जिला के तीन ठिकानों की जांच पड़ताल शुरू की। बलांगीर के विशेष न्यायाधीश द्वारा जारी सर्च वारंट के बल पर यह तलाशी की जा रही है। बताया गया है कि सेक्शन आफिसर रमेश के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने के बाद उसके खिलाफ यह जांच शुरू की गई है। विजिलेंस विभाग के 2 डीएसपी, 5 इंस्पेक्टर और अन्य कर्मचारियों के नेतृत्व में 3 टीमें इस जांच में शामिल है। दोपहर तक सेक्शन आफिसर रमेश के नाम बलांगीर जिला में एक तीन मंजिला इमारत, एक चार पहिया, 2 दो पहिया वाहन और नकद पांच हजार रुपये का पता चला था। गांव साथी संगठन ने एक दिसंबर से आमरण अनशन का ऐलान : बरगढ़ जिले के गांव साथी संगठन के सदस्यों ने राजधानी भुवनेश्वर में अभिनव तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया। संघ की संयुक्त क्रियानुष्ठान कमेटी, ओडिशा प्रदेश के सचिव लक्ष्मीधर विश्वास के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में बरगढ़ क्षेत्र के गांव साथी संगठन के कार्यकर्ता सब्जी एक रुपये किलो का नारा लगाते हुए रैली निकालकर अपने गुस्से का इजहार किया। मौके पर संगठन के सदस्यों ने कहा कि एक रुपये प्रति किलो चावल मिलने से लोग आलसी हो गए हैं। इसका असर यह हो रहा है कि लोग खेती नहीं कर रहे हैं और साग-सब्जी के दाम अब आसमान छूने लगे हैं। इस अवसर पर संगठन के सदस्यों ने अपने खेतों में उगाई गई साग-सब्जी को प्रतिकात्मक रूप से एक रुपये किलो बेचकर अपनी मांग की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया। संगठन के सदस्यों ने कहा कि पंचायतीराज मंत्री ने हमारी मांग को सात सितंबर 2021 को पूरा करने का आश्वासन दिया था, मगर मांग पूरी नहीं हुई है। ऐसे में हम दूसरी बार नवीन निवास जाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि बिजेपुर उनका दूसरा घर है। ऐसे में हम अपने नेता से मुलाकात कर अपनी मांग को उनके सामने रखना चाहते हैं। विश्वाल ने कहा है कि हमारी मांगों में गां साथियों को मासिक प्रोत्साहन भत्ता 8 हजार रुपया से अधिक, कोविड सहायता, बेरोजगारी भत्ता के साथ 5 सूत्री मांगें पूरी ना होने पर हम एक दिसंबर से आमरण अनशन करेंगे और छह दिसंबर को गांव साथी एवं जॉब कार्डधारक लीडर तथा साथी परिवार के सदस्य मिलकर एक लाख की संख्या में विधानसभा के सामने प्रदर्शन करेंगे जो मांग पूरी होने तक जारी रहेगा। इस प्रदर्शन में लक्ष्मीधर विश्वाल, लौभाग्य मिश्र, शोभाकर साहू, मुरली बगर्ती, सुरेन्द्र साहू, कुलमणि, रवीन्द्र गौड़ प्रमुख शामिल थे।