ज्वेलरों से गहनों की ठगी के मुख्य आरोपित समेत दो संबलपुर लाए गए
देश के विभिन्न प्रदेशों में खुद को आयकर विभाग का कमिश्नर बताकर ज्वेलरों से लाखों रुपये के सोने के गहनों की ठगी करने वाले मुख्य आरोपित विशाल राजकुमार निलंगे और उससे सोने के गहने खरीदने वाला नितिन कुमार बी वर्तमान संबलपुर पुलिस के कब्जे में हैं।
संवाद सूत्र, संबलपुर : देश के विभिन्न प्रदेशों में खुद को आयकर विभाग का कमिश्नर बताकर ज्वेलरों से लाखों रुपये के सोने के गहनों की ठगी करने वाले मुख्य आरोपित विशाल राजकुमार निलंगे और उससे सोने के गहने खरीदने वाला नितिन कुमार बी वर्तमान संबलपुर पुलिस के कब्जे में हैं। विशाल को भुवनेश्वर पुलिस के स्पेशल स्क्वायड ने भुवनेश्वर के एक होटल से गिरफ्तार किया था, जबकि चोरी के गहने खरीदने वाले नितिन को संबलपुर पुलिस की एक टीम ने मंगलोर से गिरफ्तार किया। दोनों के पास से 131.98 ग्राम सोने के गहने और तीन मोबाइल फोन जब्त किया गया है। रविवार के दिन, संबलपुर जिला पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में जिला पुलिस अधीक्षक बाटुला गंगाधर ने बताया कि कर्नाटक के बीदर जिला के शिवनगर का मूल निवासी विशाल राजकुमार निलंगे एमबीए का छात्र है। पिता की मौत के बाद वह ज्वेलरों से ठगी का धंधा शुरू कर दिया। उसने कर्नाटक के हुगली, चिकमंगलूर, रायचूर, बंगलुरु, मंगलोर समेत आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम, गुजरात के अहमदाबाद और बापी समेत ओडिशा के झारसुगुड़ा, पुरी और ब्रह्मपुर के ज्वेलरों से लाखों रुपये के सोने के गहनों की ठगी की थी। बीते 30 मार्च के दिन, विशाल संबलपुर के मारवाड़ी पाड़ा स्थित अग्रवाल आर्नामेंट्स नामक गहने की दुकान से खुद को आयकर विभाग का कमिश्नर बताकर एक लाख 47 हजार 750 रुपये के सोने के गहनों की खरीदारी की और एनइएफटी मोड से भुगतान करने के आड़ में ठगी कर फरार हो गया था। इसकी रिपोर्ट संबलपुर टाउन थाना में दर्ज होने के बाद पुलिस कथित आयकर कमिश्नर विशाल की तलाश कर रही थी। विशाल को बीते 11 अप्रैल के दिन भुवनेश्वर पुलिस की स्पेशल स्क्वायड ने गिरफ्तार किया था। विशाल को संबलपुर लाकर पूछताछ करने और उससे मिली जानकारी के बाद इंस्पेक्टर योगेश पंडा को मंगलोर भेजा गया, जहां से चोरी का गहना खरीदने वाले नितिन कुमार बी को वहां की पुलिस की सहायता से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ के दौरान विशाल ने पुलिस को बताया है कि उसके पिता एक फोटो स्टूडियो चलाते थे। उनकी मौत के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई। रही सही कसर कोरोना महामारी ने पूरा कर दिया। ऐसे में, कुछ अन्य उपाय नहीं सूझने पर उसने ज्वेलरों से ठगी का धंधा शुरू कर दिया। बीते वर्ष विशाल को बंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। इसके बाद वह हैदराबाद आ गया था और हैदराबाद से अपना ठगी का धंधा चलाने लगा। वह विमान से आता जाता था और पकड़े जाने से बचने के लिए पूरी एहतियात बरतता था, लेकिन कानून के लंबे हाथ से वह बच नहीं सका।