संबलपुर से पश्चिम ओडिशा के किसानों की उलगुलान शपथ यात्रा

अंचल के महान माटीपुत्र वीर सुरेंद्र साय के बलिदान दिवस 28 फरवरी को पश्चिम ओडिशा के किसान अपने चार सूत्री मांगों को लेकर बाइक रैली के साथ संबलपुर से राजधानी भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गए। किसानों ने अपने इस यात्रा को उलगुलान शपथ यात्रा का नाम दिया है। राजधानी भुवनेश्वर पहुंचकर किसान नेता मंगलवार को राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल से मुलाकात कर उन्हें अपना चार सूत्री ज्ञापन प्रदान करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 08:58 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 08:58 PM (IST)
संबलपुर से पश्चिम ओडिशा के किसानों की उलगुलान शपथ यात्रा
संबलपुर से पश्चिम ओडिशा के किसानों की उलगुलान शपथ यात्रा

संवाद सूत्र, संबलपुर : अंचल के महान माटीपुत्र वीर सुरेंद्र साय के बलिदान दिवस, 28 फरवरी को पश्चिम ओडिशा के किसान अपने चार सूत्री मांगों को लेकर बाइक रैली के साथ संबलपुर से राजधानी भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गए। किसानों ने अपने इस यात्रा को उलगुलान शपथ यात्रा का नाम दिया है। राजधानी भुवनेश्वर पहुंचकर किसान नेता मंगलवार को राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल से मुलाकात कर उन्हें अपना चार सूत्री ज्ञापन प्रदान करेंगे।

रविवार के अपरान्ह, स्थानीय जेल चौक स्थित वीर सुरेंद्र साय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद किसानों की बाइक रैली भुबनेश्वर के लिए रवाना हुई। इस रैली में बरगढ़ जिला समेत कुचिडा, देवगढ़ जिला, सोनपुर जिला समेत अन्य कई स्थानों से आए किसान नेता और किसान शामिल रहे। पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा समन्वय समिति के आव्हान पर किसानों के अधिकार को लेकर इसका आयोजन किया गया है। समिति के आवाहक अशोक प्रधान और जिला कृषक मोर्चा के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद पुरोहित ने बताया है कि मोदी सरकार और नवीन सरकार किसानों की भलाई के लिए बड़ी बड़ी बातें तो करते हैं, लेकिन इसका लाभ किसानों को नहीं मिल रहा। अन्नदाता कहे जाने वाले किसान सरकार के झूठे आश्वासन से परेशान हैं। ऐसे में अगर किसानों ने खेती बाड़ी बंद कर दी तो देश भूखा रह जाएगा। इस पर सरकार का ध्यान नहीं है।

किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने समेत ओडिशा के किसानों के लिए अलग कृषि कानून बनाए जाने, सर्वनिम्न सहायक मूल्य को कानूनी दर्जा दिए जाने, मंडियों में पड़े किसानों के धान को सर्वनिम्न सहायक मूल्य पर ़खरीदे जाने और पंचायत स्तर पर मंडी व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने की मसंग कर रहे हैं।

बताया गया है कि 2 मार्च के दिन राज्यपाल को ज्ञापन प्रदान करने के बाद वापसी में यह किसान नयागढ़ समेत अन्य जिलों में सभा का आयोजन करते हुए अपने अपने घर लौटेंगे।

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