संबलपुर कृषक सुरक्षा संगठन का'गांव चलो' अभियान
धान बिक्री की समस्या को लेकर चितित किसानों ने सरकार के रवैये का विरोध करने समेत इस बारे में अन्य किसानों को जागरुक करने की खातिर गांव चलो अभियान शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत बुधवार को संबलपुर से हुई।
संवाद सूत्र, संबलपुर : धान बिक्री की समस्या को लेकर चितित किसानों ने सरकार के रवैये का विरोध करने समेत इस बारे में अन्य किसानों को जागरुक करने की खातिर 'गांव चलो अभियान' शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत बुधवार को संबलपुर से हुई।
संबलपुर जिला कृषक सुरक्षा संगठन की ओर से बुधवार के पूर्वान्ह जेल चौक स्थित वीर सुरेंद्र साय की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ गांव चलो अभियान शुरू किया गया। जिला के विभिन्न स्थानों से आए सैकड़ों किसान बाइक रैली के साथ चिपलिमा निकटस्थ चारपाली गांव पहुंचे, यहां विशाल किसान समावेश आयोजित रहा।
इस सभा को किसान नेता अशोक कुमार प्रधान, देवेंद्र कुमार प्रधान, सरोज समेत कई अन्य नेताओं ने संबोधित किया और किसानों की बदहाली के लिए सरकार की त्रुटिपूर्ण नीति को जिम्मेदार बताया। किसान नेताओं ने अफसोस जताया कि किसानों की परेशानियों और उनकी चिता जानने के लिए कोई नहीं है। निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी कहीं नजर नहीं आ रहे। ऐसे में किसानों ने अपनी लड़ाई खुद लड़ने और अपना संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया। किसानों को एकजुट कर उन्हें जागरुक करने समेत धान खरीदी में अव्यवस्था को दूर करने, अवधि शेष होने के बाद टोकन का नवीनीकरण किए जाने, जिन इलाकों में कम बारिश हुई है उन इलाकों को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग इस सभा में की गई। खतरनाक स्थित में नयाडेरा पुल, मरम्मत की माग : सुंदरगढ़ जिला के लाठीकटा ब्लाक अंतर्गत बालीजोड़ी से नयाडेरा को जोड़ने वाले पुल का अप्रोच रोड जर्जर हो गया है। पुल के सामने की मिट्टी दब जाने व सड़क पर गड्ढा बन जाने के कारण यह दुर्घटना को आमंत्रित कर रहा है। इस मार्ग से हमेशा नहीं आने वाले वाहन चालकों को इसका अंदाजा नहीं हो रहा है एवं दुर्घटना हो रही है।
दक्षिण राउरकेला तथा फर्टिलाइजर समेत आसपास के लोगों का इसी मार्ग से आना जाना होता है। इस सड़क पर बना पुल खतरानक स्थिति में है। पुल के एप्रोच रोड की मिट्टी बह जाने के कारण गड्ढा बन गया है। लंबे समय से यहां गड्ढा होने के बावजूद इसे भरने के लिए पहल नहीं हो रही है। किनारे गड्ढा होने के कारण दोपहिया वाहन चालकों के लिए अधिक खतरा है। रात के समय लोग गड्ढे से होकर गुजर रहे हैं एवं संतुलन बिगड़ने से गिर रहे हैं। स्थानीय लोगों की ओर से प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया गया है इसके बावजूद मरम्मत के प्रति ध्यान नहीं दिया जा रहा है।