हीराकुद बांध का जलस्तर 629.50 फीट पर, सभी गेट बंद

हीराकुद बांध के ऊपरी मुहाने के साथ साथ निचले मुहाने पर भी बारिश की मात्रा कम हो जाने के बाद सोमवार के पूर्वाह्न तक खुले 2 स्लुइस गेटों को भी बंद कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 07:35 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 07:35 AM (IST)
हीराकुद बांध का जलस्तर 629.50 फीट पर, सभी गेट बंद
हीराकुद बांध का जलस्तर 629.50 फीट पर, सभी गेट बंद

संवाद सूत्र, संबलपुर : हीराकुद बांध के ऊपरी मुहाने के साथ साथ निचले मुहाने पर भी बारिश की मात्रा कम हो जाने के बाद, सोमवार के पूर्वाह्न तक खुले 2 स्लुइस गेटों को भी बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि बांध के ऊपरी मुहाने पर भारी बारिश के बाद हीराकुद बांध के जलभंडार में प्रवेश करते बाढ़ के पानी की मात्रा को देखते हुए 14 सितंबर से बांध के स्लुइस गेटों को खोलकर महानदी में बाढ़ का पानी छोड़ा जा रहा था।

हीराकुद बांध नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह से लेकर सोमवार की सुबह तक बांध के ऊपरी मुहाने पर 02.91 मिमी और निचले मुहाने पर 04.76 मिमी बारिश हुई। इस बारिश के बाद बांध के जलभंडार में प्रवेश करते बाढ़ के पानी की मात्रा भी कम हो गई। इसी को देखते हुए सोमवार के पूर्वाह्न तक बांध के खुले 2 स्लुइस गेटों को बंद कर दिया गया।

सोमवार के अपरान्ह 3 बजे तक बांध के जलभंडार का जलस्तर 629.50 फीट रिकॉर्ड किया गया, जो अपने अधिकतम लेवल 630 फीट से केवल 0.50 फीट नीचे था। इस दौरान बांध के जलभंडार में प्रति सेकंड 69 हजार 815 घनफूट पानी प्रवेश कर रहा था, जबकि बांध से सिंचाई और पनबिजली उत्पादन के लिए प्रति सेकंड 25 हजार 343 घनफूट पानी नहरों और पॉवर चैनल में छोड़ा जा रहा था।

उल्लेखनीय है कि चक्रवात गुलाब के प्रभाव से भारी से भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई थी। लेकिन पश्चिम ओडिशा में चक्रवात का कुछ जगहों पर ही असर दिखा। हल्की बारिश तक ही चक्रवात का प्रभाव सीमित रहा।

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