चार लाख के इनामी माओवादी सुरजन ने किया आत्मसमर्पण
पिछले करीब एक दशक से नक्सली संगठन में शामिल ऐतु कोरसा उर्फ सुरजन उर्फ अमित ने आखिर हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने आत्मसमर्पण कर दिया।
संवाद सूत्र, संबलुपर : पिछले करीब एक दशक से नक्सली संगठन में शामिल ऐतु कोरसा उर्फ सुरजन उर्फ अमित ने आखिर हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने आत्मसमर्पण कर दिया। रविवार को कालाहाडी, कंधमाल, बऊद, नयागढ़ (केकेबीएन) डिवीज़न के इस एरिया कमेटी मेंबर (एसीएम) ने बलागीर जिला पुलिस कार्यालय में आत्मसमर्पण किया।
सुरजन उर्फ अमित के इस आत्मसमर्पण के मौके पर बलागीर जिला पुलिस अधीक्षक कुसलकर नितिन दागड़ू, उत्तराचल पुलिस डीआइजी डा. दीपक कुमार और सीआरपीएफ के अधिकारी उपस्थित रहकर उसका स्वागत किया और हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौट आने के निर्णय की सराहना की। सुरजन उर्फ अमित मूलत: छतीसगढ़ के बीजापुर जिला अंतर्गत गंगलुर थाना क्षेत्र के मानकेला गाव का निवासी है। वह वर्ष 2012 में नक्सली नेता दिनेश के बहकावे में आकर नक्सली संगठन में शामिल हो गया था और 2028 से वह कोडाग, महानदी संयुक्त एरिया कमेटी के सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था। सरकार की ओर से सुरजन पर चार लाख रुपये का इनाम था। प्रेम विवाह कर महिला का उत्पीड़न : सुंदरगढ़ जिला के बड़गांव थाना अंतर्गत शंकरापोष गांव में प्रेम विवाह के बाद महिला से उत्पीड़न का मामला थाने में दर्ज किया गया है। इसके आधार पर पुलिस घटना की छानबीन कर रही है। शंकारपोष गांव की 25 वर्षीय ज्योतिरानी बरवा ने गांव के ही करुणा बेसन से प्रेम विवाह किया था। 21 अगस्त 2019 को उन्होंने सुंदरगढ़ कोर्ट में शादी करने के बाद पति पत्नी के रूप में रह रहे थे। दोनों के दो बच्चे भी हैं। विवाह के कुछ दिन बाद से ही पति नशे की हालत में उसके साथ मारपीट करने लगा। शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के कारण वह कभी अपने मायके तो कभी अपने मामा के घर रहने के लिए विवश हो गई। इस समस्या के समाधान के लिए समाज की बैठक भी हुई एवं उसे करुणा बेसन को चेतावनी भी दी गई पर उसकी आदत में सुधार नहीं आने पर थाने में लिखित शिकायत की है।