हत्या के घंटे भर बाद आरोपित के भाई को मार डाला

महिला से दुव्र्यवहार की घटना को लेकर ठेलकोपाड़ा के नाग और मुखी परिवार के बीच पिछले छह महीने से विवाद जारी है।

By BabitaEdited By: Publish:Tue, 03 Apr 2018 12:46 PM (IST) Updated:Tue, 03 Apr 2018 02:45 PM (IST)
हत्या के घंटे भर बाद आरोपित के भाई को मार डाला
हत्या के घंटे भर बाद आरोपित के भाई को मार डाला

संबलपुर, जेएनएन। शहर के ठेलकोपाड़ा निवासी सुजीत नाग की हत्या के एक घंटे के भीतर ही आरोपित पांडव मुखी के बड़े भाई शंकर मुखी की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई। 'मौत का बदला मौत' पर उतारू भीड़ ने न सिर्फ शंकर मुखी की हत्या की बल्कि उसके घर को आग के हवाले कर दिया। उग्र भीड़ में एक अन्य युवक पर भी जानलेवा हमला किया गया। उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए बुर्ला मेडिकल हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। हत्यारोपी पांडव और उसके साथी फरार हैं और तनाव को देखते हुए ठेलकोपाड़ा इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है।

महिला से दुव्र्यवहार की घटना को लेकर ठेलकोपाड़ा के नाग और मुखी परिवार के बीच पिछले छह महीने से विवाद जारी है। दो तीन बार दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था और मामला थाने तक पहुंच गया था। संबद्ध टाउन पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर घटना की जांच और फरार हत्यारोपी पांडव मुखी की तलाश कर रही है।

सोमवार की सुबह करीब सात बजे, ठेलकोपाड़ा का सुजीत नाग चाय पीने अग्निशमन कार्यालय के पास एक दुकान पहुंचा था। तभी उसी के मुहल्ले का तांडव मुखी अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा और लोहे की रड और भुजाली से सुजीत पर हमला कर फरार हो गया। सुजीत को गंभीर हालत में सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चंद मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई।

सुजीत की मौत का पता चलते ही उसके परिवार के लोग पांडव मुखी के घर जा धमके और वहां मौजूद आरोपित के बड़े भाई शंकर मुखी और भतीजे शंभू मुखी को घर से खींचकर बाहर ले आए तथा शंकर की निर्मम हत्या कर दी। इसी बीच टाउन थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और शंभू को हमलावरों से बचाकर इलाज के लिए बुर्ला मेडिकल हास्पिटल भेजा। इसके बाद हालात को शांत करने में जुट गई। शंभू की हालत नाजुक है और उसे बचाने की कोशिश जारी है।

हत्याकांड की वजह

पुलिस के अनुसार, नाग और मुखी परिवार के बीच विवाद करीब छह महीने पुराना है। आरोप है कि अपराधी प्रवृति का पांडव मुखी करीब छह महीने पहले सुजीत नाग की दादी से सरेआम दुव्र्यवहार किया था और इसी को लेकर दोनों परिवारों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। नाग परिवार ने टाउन थाने में कई बार इसकी शिकायत की लेकिन पांडव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। बताते हैं कि बारबार थाने में शिकायत करने से पांडव नाराज था और नाग परिवार को सबक सिखाना चाहता था। सोमवार की सुबह पांडव को मौका मिल गया और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सुजीत की हत्या कर दी। पांडव ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उसकी इस करनी का बदला उसके बड़े भाई शंकर मुखी की हत्या कर लिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि पांडव मुखी आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ थाने में कई संगीन मामले दर्ज है।

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