बामडा में बीते दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 37

संसू बामड़ा बामडा प्रखंड में मंगलवार को जांच में 24 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सोमवा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 06:36 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 06:36 PM (IST)
बामडा में बीते दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 37
बामडा में बीते दो दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 37

संसू, बामड़ा : बामडा प्रखंड में मंगलवार को जांच में 24 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सोमवार को बामडा में 13 लोग और कुचिंडा में 22 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे। कुचिंडा अनुमंडल में पिछले दो सप्ताह में नियमित कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जमनकिरा ब्लॉक का दिमिरीमुंडा और बामडा ब्लॉक का निक्तिमाल गांव अभी भी हॉटस्पॉट बना हुआ है, और ये दोनों हॉटस्पॉट समूचे अनुमंडल के लिए खतरा बन गए हैं। दिमिरीमुंडा गांव में मार्च 27 से 29 तक चल रहे एक नामयज्ञ से गांव से लेकर शहर तक कोरोना संक्रमण फैलने कि चर्चा है। इस नामयज्ञ में छत्तीसगढ़ से आये एक कीर्तन मंडली के द्वारा कोरोना संक्रमण फैलने की बात कही जा रही है, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार दिमिरीमुंडा नामयज्ञ में निक्तिमाल, तबलाकटा और दिमिरीमुंडा गांव की महिला कीर्तन टीम तथा देवगढ़ जिले के साधुपाली और गोहीरा डैम भेरूमनी गांव के कीर्तन मंडली शामिल हुए थे छत्तीसगढ़ की कोई भी कीर्तन मंडली इसमें शामिल नहीं हुई थी। इसके बावजूद दिमिरीमुंडा कोरोना हॉटस्पॉट बन गया था। इसके पीछे पश्चिम बंगाल से आए बंगाली मिस्त्री और मजदूर कारण बताए जा रहे है। पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहा है और यहां काम करने वाले वाले मिस्त्री और मजदूर चुनाव में हिस्सा लेने बंगाल गए थे और वोट देकर वापिस लौटे थे। ये लोग लौटने के बाद क्वारंटाइन में न रहकर और कोरोना जांच न कराकर अपने-अपने काम में लग गए थे। सामाजिक कार्यकर्ता मलय बेहेरा ने अंचल में बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों के कारण के पीछे बंगाली मजदूरों के होने की आशंका जताई है। प्रशासन ने हॉटस्पॉट गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है लेकिन कंटेनमेंट जोन में लोग खुले घूम रहे हैं। बहुत से गरीब परिवारों का छोटा सा घर होने से होम क्वारंटाइन भी बेअसर साबित हो रहा है। कंटेनमेंट जोन में चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते गांव के भीतर ही संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन अंचल में काम कर रहे प्रवासी बंगाली मजदूरों की कोरोना जांच कराने के साथ क्वारंटाइन सेंटरों को फिर से चालू करना चाहिए कहा है।

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